राजनीति

तेजस्वी यादव बोले ‘हमारी सरकार बनी तों 7वीं पास को भी मिलेगी पुलिस में नौकरी’

चुनावी बिगुल बज चुका है और सभी पार्टियां चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं। एक तरफ पीएम मोदी हैं और दूसरी तरफ है महागठबंधन। हाल ही में जहानाबाद जिले के स्थानिय गांधी मैदान में महागठबंधन ने एक सभा का आयोजन किया। इस सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और पूर्व राज्यसभा सांसद शरद यादव भी शामिल हुए। इस दौरान तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की सरकार बनने पर एक अनोखा वादा किया है।

मोदी औऱ नीतीश पर बरसे तेजस्वी

गांधी मैदान में तेजस्वी यादव का संबोधन सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ा था और लोग उन्हें सुनने के लिए बेताब थे। तेजस्वी ने जब माइक संभाली तो सबसे पहले केंद्र और राज्य दोनों सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी देश में नागपुरिया कानून लाना चाहती है। अगर देश और संविधान को बचाना है तो मोदी को हटाना जरुरी है।

तेजस्वी यादव ने नितीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नितीश कुमार ने शराबबंदी अपने फायदे के लिए की है। तेजस्वी का कहना था कि शराब बंद कानून से सरकार गरीबों पर जुल्म ढा रही है। उन्हें जेल में कैद किया जबकि शराब माफियाओं द्वारा पड़ोस के राज्य से शराब लाया जा रहा है और उसे बेचकर अपनी जेब भर रहे हैं। सरकार पुलिस का गलत इस्तेमाल कर रही है।

सातवीं पास को पुलिस में नौकरी

इसके साथ ही उन्होंने ये घोषणा भी कर दी की अगर उनकी सरकार बनेगी तो हम सातवीं पास को भी पुलिस में नौकरी मिल जाएगी। वहीं इस जन संबोधन में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और पूर्व राज्यसभा सांसद शरद यादव ने भी सरकार पर तंज कसा। साथ ही जहानाबाद लोकसभा सीट के लिए महागठबंधन के उम्मीदवार सुरेंद्र यादव को वोट देने की अपील की।

बता दें कि तेजस्वी यादव ने कुछ समय पहले एक ट्वीट कर बिहार महागठबंधन की सरगर्मी बढ़ा दी थी।  उन्होंने महागठबंधन के सहयोगी दलों और कांग्रेस को ये नसीहत तक दे दी है कि अगर चंद सीटों के लिए अंहकार नहीं छोड़ा तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उनके इस बयान ने काफी खलबली भी मचाई थी। ऐसे कयास लगाए जाने लगें थे की महागठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा है।

तेजस्वी के साथ दिखे मांझी

बता दें कि तेजस्वी यादव ने ट्वीट में लिखा था संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है। अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चुक हुई तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता। अगर आप अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की घटाने के लिए अंहकार नहीं छोड़ा तो संविधान में आस्था रखने वाले न्यायप्रिय देशवासी माफ नहीं करेंगे।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले महागठबंधन में सीटों को लेकर कई सहयोगी दल नाराज दिख रहें हैं जिसमें जीतन राम मांझी और वामदल शामिल हैं। जीतनराम मांझी को सम्मानजनक सीट ना मिलने से नाराज बताया जा रहा था यहां तक की ऐसा कहा जा रहा था कि वो महागठबंधन से अलग होने का फैसला ले सकते हैँ। फिलहाल जीतनराम मांझी का तेजस्वी यादव के साथ खड़े होने का दृष्य ये बता रहा है कि बिहार में सब कुछ सही है और सरकार के खिलाफ महागठबंधन पूरी मजबूती के साथ ख़ड़ा है।

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