अध्यात्म

विदुर ने बताया है सुखी जीवन का रहस्य, जिसके पास होती हैं ये 5 चीजें वो होते हैं सबसे सुखी

महाभारत में कितने ही ऐसे किरदार हुए जिन्होंने ना सिर्फ युद्ध करने का कारण हमें समझाया बल्कि अपने तर्क से हमें जीवन का पाठ सिखाया। इन महाभारत के किरदार में कोई ऐसा शख्स था जिसने कभी कोई गलत काम नहीं किया था और सबका भला ही चाहा था तो वो थे विदुर। भीष्म पितामह के छोटे भाई और कौरव पांडवों के काका विदुर हस्तिनापुर के प्रधानमंत्री थे औऱ राजा धृतराष्ट्र के सलाहकार थे। उनकी नीतियों को पांडव बहुत मानते थे औऱ कई बार धृतराष्ट्र भी उनका बातों को सही मान लेते थे। विदुर ने बताया है कि वो क्या चीजें हैं जो सुखी व्यक्ति की पहचान है।

 

जमा किया हुआ धन

 

विदुर ने बताया है कि सुखी मनुष्य की सबसे बड़ी पहचान ये है वो कर्ज से मुक्त हों। जो किसी के कर्ज में नही डूबता है या किसी से कर्ज लेकर अपनी जरुरत को पूरा ना करतो वही मनुष्य सुखी हैं। वही व्यक्ति सुखी रहता है जो अपना कमाया हुआ धन बचाता है। बिनी धन के मनुष्य को ना सम्मान मिलता है और ना ही यश। बुढ़ापे में जमा किया हुआ धन ही सबसे बड़ा सहारा होता है।

हमेशा स्वस्थ रहना

जो व्यक्ति लाख धन कमा ले, लेकिन अगर उसका स्वास्थ्य गड़बड़ रहता है तो ऐसे व्यक्ति सुखी नहीं रह सकता। जिस व्यक्ति को हमेशा बीमारियां घेरी हों, जो हमेशा मानसिक या शारीरिक रुप से परेशान हो वो सुख का भोगी नहीं बन पाता है। जो व्यक्ति हर रुप से स्वस्थ रहता है , जिसका मन प्रसन्न रहता है वो व्यक्ति असल मे सुखी माना जाता है।

आज्ञाकारी संतान

आज के समय में संतान को लेकर लोगों की चिंता बढ़ गई है और ये चिंता पहले के समय में भी थी। विदुर कहते हैं कि जिस माता पिता की संतान गलत दिशा में निकल जाती है उसका दोष उसके माता पिता को ही दिया जाता है। जैसे महाभारत में दुर्योधन बचपन में ही जब गलती करता था या अपने माता पिता का कहना नहीं मानता था तो इसमें कहीं ना कहीं धृतराष्ट्र औऱ गांधारी की ही गलती थी। ऐसे में जिस माता पिता की संतान आज्ञाकारी होती है वो मनुष्य सबसे सुखी रहता है। बुढ़ापे में ऐसे ही मनुष्य को संतान का सुख मिलता है।

अच्छी पत्नी

 

विदुर बताते हैं कि अगर पत्नी मीठा बोलने वाली या अच्छा बोलने वाली होती है तो जीवन सुखपूर्वक बीतता है। विदुर ने इसे मनुष्य के जीवन का पांचवा सबसे बड़ा सुख बताया है। जिस मनुष्य को सही पत्नी मिल जाती है उसका जीवन सार्थक हो जाता है। पत्नी परिवार को बांध कर रखती है। जिस परिवार में औरत सुख से रहती है और अपने सास-ससुर और परिवार के दूसरे सदस्यों का ख्याल रखती है वहां का परिवार भी सुखी रहता है। वहीं अगर पत्नी कटु बचन बोलने वाली, हमेशा झगड़ा करने वाली होगी तो जीवन नारकीय बन जाएगा।

ज्ञान होना

जिस व्यक्ति के पास सही ज्ञान होता है वो जीवन में सबसे सुखी होता है। ज्ञान के अभाव में मनुष्य जानवर से भी खराब हो जाता है। आपको अगर ज्ञान है तो कहां कैसा व्यवहार करना है, समाज में कैसे रहना है, कैसे धन आएगा, कैसे सम्मान पाएंगे ये सारी बातें जान लेंगे। जो व्यक्ति ज्ञान रखता है वो जीवन में सबकुछ पा लेता है।

 

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