समाचार

मायावती के जन्मदिन पर केक के लिए पागल हुई भीड़, नोच नोच के खाया केक, वीडियो वायरल

बसपा सुप्रीमो मायावती ने 15 जनवरी को अपना 63वां जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाया। उन्होंने बसपा कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरे जन्मदिन का सबसे अच्छा तोहफा होगा लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत। उन्होंने कहा कि सबसे बड़े राज्य में हमने सपा के साथ देशहित और जनहित में गठबंधन किया है। अब सपा और बसपा के कार्यकर्ता आपसी मतभेद भूल जाएं और मेरे जन्मदिन पर तोहफे में मुझे लोकसभा में जीत दिलाएं। ये सारी बातें मायावती लखनऊ में बोल रही थी, लेकिन उनसे कुछ 420 किमी की दूरी पर मौजूद उनके चाहने वालों ने उनका जन्मदिन वहीं मनाने की सोची, लेकिन बड़ी गड़बड़ हो गई।

केक के पीछे पागल हुई भीड़

लखनऊ से कुछ किमी की दूरी अमरोहा में मायावती का जन्मदिन मनाने के लिए एक बेहद ही ब़ड़ा सा केक ऑर्डर किया गया जिससे सभी के साथ यह जन्मदिन मनाया जा सके। हालांकि वहां मौजूद लोगों ने केक के साथ जैसा बर्ताव किया वह वीडियो जबरदस्त वायरल हो गया। बता दें कि मायावती के जन्मदिन पर लाया गया बड़ा सा केक लोगों द्वारा बहुत बूरी तरह नोंच खसोट के खाया गया।

जिन लोगों ने केक मंगाया था वह वहां की जनता से अपील करते दिखे की इस तरह से लूट लूट कर केक ना खाएं, लेकिन भीड़ को सिवाय केक के कुछ और नहीं दिख रहा था। वीडियो में साफ दिख रहा है कि भीड़ बूरी तरह से केक नोच नोच के खा रही है और ऑर्गनाइजर उन्हें शांति बनाए रखने के लिए कह रहे है। उनके इस वीडियो को ट्वीटर पर काफी निगेटिव कमेंट भी मिला है।

वीडियो पर आए निगेटिव कमेंट्स

एक यूजर ने बसपा और सपा के गठबंधन को ठगबंधन बताते हुए कहा कि दोनों अगर एक साथ आए तो देश को ऐसे ही लूट कर खा जाएंगे। वहीं एक ने लिखा कि यूपी और भारत की ऐसी हालत होने वाली है अगर यह दोनों पार्टियां सत्ता में आई। एक तरफ जहां अमरोहा में ये हाल रहा तो वहीं लखनऊ में मायावती जमकर गरजीं।

मायावती ने कहा कि देश की जनता तय करेगी की देश का अगला पीएम कौन होगा?  इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर जमकर निशाना साधा। मोदी सरकार पर हमलाल करते हुए मायावती ने कहा कि अब जमुलों से दाल नहीं गलने वाली। बीजेपी और आरएसएस ने धर्म की राजनीति की। उन्होंने भगवान को जाति के आधार पर बांटा है।

मायावती ने साधा निशाना

इसके बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते चुनाव से कांग्रेस को भी सबक मिला है। कर्जमाफी की तारीख को लेकर कांग्रेस पर भी अब सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस एंड कंपनी को भी सबक सिखाने की जरुरत है। वहीं सपा के साथ 23 साल पुरानी दुश्मनी भुलाकर बसपा ने फिर से दोस्ती कर ली है।। उनके जन्मदिन के मौके पर अखिलेश यादव ने मायावती को शॉल पहनाकर उनका सम्मान किया।

सबसे दिलचस्प यह रहा कि बसपा कार्यकर्ता के साथ साथ सपा कार्यकर्ताओं ने भी मायावती के जन्मदिन पर बधाई के पोस्टर लगाए थे। बता दें कि पिछले कई साल से मायावती का जनमदिन हर साल जन कल्याणकारी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इसके चलते इस बार भी सभी जिलों में गरीबों को कपड़े, भोजन और जरुरी सामान बांटे गए हैं।

यह भी पढ़ें

Back to top button