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पाक में भारतीय मिसाइल मामला: पहली बार अमेरिका ने तोड़ा मौन, भारत के लिए दे दिया ये बड़ा बयान

भारत और पाकिस्तान के बीच वैसे ही तनाव रहता है। इसकी वजह कश्मीर से लेकर कई अन्य मुद्दे हैं जिनपर दोनों देशों के मतभेद हैं। पड़ोसी मुल्क होने के बाद भी दोनों देशों के संबंध टूटे हुए हैं। भारत ने तो कई बार पाकिस्तान से संबंध सुधारने की कोशिश की लेकिन पाकिस्तान हर बार इंडिया को धोखा ही देता रहा है।

हाल के दिनों में दोनों देशों के संबंध एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। इसकी वजह एक भारतीय मिसाइल का पाकिस्तानी क्षेत्र में फायर हो जाना है। हालांकि भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि ये एक हादसा था। इसके बाद भी पाकिस्तान इस मुद्दे को तूल देना चाहता है। इसी बीच अमेरिका ने भी पहली बार इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है।

तकनीकी खामी की वजह से फायर हो गई थी मिसाइल

शुक्रवार को तकनीकी खामी की वजह से एक भारतीय मिसाइल पाकिस्तान में फायर हो गई थी। ये मिसाइल पंजाब प्रांत के खानेवाल जिले में मियां चन्नू के पास गिरी थी। हालांकि इस मिसाइल में कोई वॉर हेड नहीं लगा था। ऐसे में किसी तरह का नुकसान तो नहीं हुआ। पाकिस्तान की ओर से इस संबंध में गंभीर आपत्ति दर्ज करवाई गई थी।

इसक आपत्ति के बाद भारत सरकार ने भी बयान जारी किया था। सरकार ने पाकिस्तान से इस घटना के लिए खेद जताया था। साथ ही कहा था कि तकनीकी रखरखाव के दौरान ये हादसा हो गया था। भारत सरकार ने पाकिस्तान को जानकारी दी थी कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करवाई जा रही है। इस संबंध में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश भी दे दिया गया है।

भारत के स्पष्टीकरण से पाकिस्तान संतुष्ट नहीं

भारत ने अपनी गलती मान ली और पाकिस्तान से इस घटना के लिए खेद जता दिया। इसके बाद भी पाकिस्तान संतुष्ट नजर नहीं आ रहा है। पाक पीएम इमरान खान कह रहे हैं कि हमने संयम बरता है, अगर हम भी कुछ ऐसा ही कर देते तो जंग शुरू हो जाती। वहीं पाकिस्तान भारतीय जांच से भी खुश नहीं है।

पाकिस्तान की मांग है कि इस मामले पर संयुक्त जांच के आदेश दिए जाएं। इसमें पाकिस्तान भी शामिल होना चाहिए क्योंकि मिसाइल हमारे देश में गिरी है। पड़ोसी मुल्क इस मामले को तूल देना चाहता है और मुद्दे का अन्तरराष्ट्रीयकरण करना चाहता है ताकि भारत की छवि को खराब किया जा सके।

जानें अमेरिका ने भारत के लिए क्या कहा

मिसाइल मामले पर अब अमेरिका ने चुप्पी तोड़ दी है। अमेरिका ने इस मामले पर भारत का साथ दिया है। अमेरिका का कहना है कि मिसाइल को जानबूझकर फायर किया गया है, इस बात के कोई सबूत या संकेत नहीं है। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को एक सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि ये महज एक हादसा था।

वो बोले कि भारत सरकार ने भी खेद जताया है और कहा कि इससे ज्यादा और कोई टिप्पणी वह करना नहीं चाहते हैं। इससे पहले चीन ने भी इस मामले में भारत-पाकिस्तान को साथ बैठकर बात करने की अपील की थी। साथ ही इस मुद्दे का हल निकालने को कहा था।

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