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मैंने अपने गुल्लक को तोड़कर ₹1130 रुपये इकठ्ठा किये हैं, कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिए

छोटी बच्ची ने कोरोना पीड़ितों के लिए किया ऐसा काम, पुलिस वाले भी कर रहे हैं सलाम

कोरोना वायरस की वजह से भारत में हर जगह काफी कहर देखने को मिल रहा है, कोरोना वायरस की महामारी ने पूरे देश भर के लोगों को काफी परेशान किया हुआ है, सरकार और प्रशासन इससे छुटकारा पाने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश में लगी हुई है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना वायरस की जंग के लिए 14 अप्रैल तक लॉक डाउन का ऐलान कर दिया है, वैसे देखा जाए तो कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन के दौरान देश की आर्थिक व्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ा है, लेकिन इस कठिन घड़ी में सभी लोग एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं, सभी लोग इस संकट के माहौल में जरूरतमंद और गरीबों की सेवा कर रहे हैं, अपने सामर्थ्य अनुसार आम जनता भी लोगों की मदद कर रही है, इसके अलावा बिजनेसमैन और बॉलीवुड इंडस्ट्री के सितारे भी अपनी तरफ से पूरी सहायता करने में लगे हैं।

पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने के लिए एकजुट तैयार है और अपने-अपने तरीकों से सभी सहायता करने में जुटे हुए हैं, लेकिन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सिर्फ बड़े लोग ही आगे नहीं है बल्कि छोटे मासूम बच्चे भी किसी से पीछे नहीं है, खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश में एक 6 साल की बच्ची ने अपने गुल्लक के पैसे कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिए दान में दिए हैं।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के जालौन में गुरुवार को 6 साल की छोटी मासूम बच्ची ने अपने गुल्लक में जमा किए गए पैसों को लेकर करोना पीड़ितों की मदद के लिए आगे आयी, खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि इस छोटी सी बच्ची का नाम वैष्णवी पाल है और इसके पिता का नाम मुकेश पाल है, यह छोटी सी बच्ची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से प्रभावित हुई और और इसमें अपने गुल्लक के पैसे खुद थाने पहुंचकर कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिए दान में दिए थे, इस बच्ची ने अपने गुल्लक को तोड़कर ₹1130 रुपये निकाले और थाने में अधिकारी को यह पैसे दे दिए।

जब यह 6 साल की छोटी बच्ची अपना गुल्लक लेकर थाने में पहुंची तो सबसे पहले इसने थाना अध्यक्ष सुधाकर मिश्रा को गुड मॉर्निंग कहा, फिर इस बच्ची ने उनसे कहा कि सर मैंने अपनी गुल्लक से कुछ पैसे एकत्र किए हैं, जिससे आप कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की सहायता कीजिए, उस छोटी बच्ची ने कहा कि पुलिस अंकल आप इस बीमारी को जल्द से जल्द खत्म कर दीजिए, जब बच्ची की यह बात थाना अध्यक्ष ने सुना तो वह काफी भावुक हो गए, इन्होंने उस बच्ची के गुल्लक के पैसे वापस करने का प्रयत्न किया और उन्होंने कहा कि मैं तुम्हारे हिस्से के पैसों में कुछ पैसे मिलाकर अपनी तरफ से जमा कर दूंगा, लेकिन यह पैसे तुम वापस रख लो, लेकिन उस छोटी सी मासूम बच्ची ने थाना अध्यक्ष सुधाकर मिश्रा को कहा कि अंकल अगर आप यह पैसे नहीं लोगे तो हम रोने लगेंगे।

थाना अध्यक्ष के काफी समझाने के बावजूद भी उस छोटी बच्ची ने अपने पैसे वापस नहीं लिए, तब इन्होंने एसडीएम को फोन करके इस मामले की पूरी जानकारी कही, इसके बाद एसडीएम ने उस पैसे को लेकर जिला अधिकारी राहत कोष में जमा करने का निर्देश दिया था।

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