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धर्मांतरण मामले पर सीएम योगी सख्त, आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाने के दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर चल रहे धर्मांतरण मामले के खुलासे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपना लिया है। धर्मांतरण के आरोप में पकड़े गए मोहम्मद उमर गौतम और जहांगीर आलम के खिलाफ मुख्यमंत्री ने अब गैंगस्टर एक्ट लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही दोनों आरोपियों के खिलाफ रासुका एक्ट (National Security Act) के तहत भी कार्यवाही की जाएगी। पुलिस का ऐसा कहना है कि दिल्ली के जामिया नगर से धर्मांतरण के पूरे काम को कंट्रोल किया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी ने जांच एजेंसियों को साफ तौर पर यह निर्देश दे दिया है कि वह धर्मांतरण मामले की पूरी तय तक जाएं।

आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। जब नोएडा पुलिस को लंबे समय से इसकी शिकायत मिलती रही तो बाद में एटीएस की सहायता से इस मामले में एक्शन लिया गया। इस मामले में आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और जहांगीर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों का ऐसा कहना है कि इस मामले में विदेशी फंडिंग और कई लोगों के शामिल होने की जानकारी उनको प्राप्त हुई है। पुलिस के अनुसार यह लोग मूक-बधिर बच्चों को धर्मांतरण का शिकार बनाते हैं। इसके साथ ही महिलाओं को रुपए-पैसों, नौकरी का लालच देकर धर्मांतरण करवाते हैं।

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब इस पूरे मामले पर एनआईए अपनी नजर गड़ाए हुए हैं। जब धर्मांतरण मामले में विदेश से हो रही फंडिंग का खुलासा हुआ तो केंद्रीय जांच एजेंसियां भी अब सतर्क हो चुकी हैं। फिलहाल में दोनों आरोपियों से एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है। ऐसा भी बताया जा रहा है कि अब बहुत ही जल्द केंद्रीय जांच एजेंसीयां भी दोनों से इस मामले में जानकारी ले सकती हैं।

खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश समेत छह राज्यों के बच्चे को शिकार बनाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नोएडा के जिस मूक बधिर स्कूल के बच्चों को धर्मांतरण का शिकार बनाया गया है। उसमें उत्तर प्रदेश के बच्चों के साथ-साथ हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली, उत्तराखंड के छात्र भी शामिल हैं। फिलहाल में एटीएस की एक टीम नोएडा पुलिस के साथ मिलकर इस स्कूल के लोगों से पूछताछ करने में जुटी हुई है।

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आपको बता दें कि अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया है कि यह लोग मूक बधिर छात्रों और निर्धन लोगों को धन, नौकरी और शादी का लालच देकर उनका धर्मांतरण करवाते थे। इस गिरोह में शामिल मुफ्ती काजी जहांगीर आलम और मोहम्मद उमर गौतम को एटीएस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। एटीएस के विशेष एसीजेएम सत्यवीर सिंह ने सोमवार को इन दोनों को 3 जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया है. प्रशांत कुमार का ऐसा बताना है कि धर्मांतरण कराने के बाद कई लड़कियों की शादी भी कराई गई है। इस गिरोह में और भी बहुत से लोग शामिल है, जिसकी जानकारी उनको प्राप्त हुई है। इस पूरे मामले की छानबीन उनके द्वारा किया जा रहा है।

बताते चलें कि योगी सरकार के द्वारा पिछले साल धर्मांतरण के विरुद्ध नया कानून लाया गया था। इस नए कानून के बाद यह पहला इतना बड़ा मामला सामने आया है। इसी वजह से सभी एजेंसियां किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतना नहीं चाहती हैं। इस पूरे मामले पर सभी अधिकारियों को CM योगी आदित्यनाथ सख्त निर्देश दे चुके हैं।

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