बॉलीवुड

इस करीबी के निधन से टूट गए अमिताभ बच्चन, भावुक होते हुए कहा- एक के बाद एक सब चले गए, लेकिन…’

हिंदी सनेमा से एक दुःखद खबर सामने आ रही है. जाने-माने फिल्म निर्देशक राकेश कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे. राकेश कुमार ने गुजरे दौर में ‘खून पसीना’, ‘मिस्टर नटवरलाल’, ‘याराना’ और ‘दो और दो पांच’ जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया था. राकेश कुमार ने 81 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. कैंसर के कारण उनका निधन हो गया.

rakesh kumar

राकेश कुमार के निधन से बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक बार फिर से शोक की लहर दौड़ पड़ी है. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. वहीं कई सेलेब्स ने भी उनके निधन पर शोक जताया है. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी राकेश के निधन पर भावुक हो गए और उनके लिए अपने ब्लॉग पर काफी कुछ लिखा है.

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बता दें कि अमिताभ बच्चन और राकेश कुमार के बीच अच्छी दोस्ती थी. दोनों ने साथ में ‘खून पसीना’, ‘मिस्टर नटवरलाल’, ‘याराना’ और ‘दो और दो पांच’ जैसी फिल्मों में काम किया था. राकेश कुमार के निधन की खबर ने अमिताभ बच्चन को दुःखी कर दिया.

बिग बी ने अपने ब्लॉग में राकेश कुमार के लिए लिखा कि, ”एक और दुख भरा दिन, एक और साथी हमें, खासकर मुझे छोड़कर चला गया. राकेश शर्मा, ‘जंजीर’ में प्रकाश मेहरा के पहले असिस्टेंट डायरेक्टर, फिर पीएम (प्रकाश मेहरा, जिन्हें हम मजाक में देश के पीएम कहा करते थे।) की दूसरी फिल्मों के लिए स्वतंत्र डायरेक्टर, सिंगुलरली ‘हेरा फेरी, खून पसीना, मि. नटवरलाल, याराना जैसे फ़िल्में बनाईं. सेट पर और उसके अलावा सामाजिक रूप से अन्य इवेंट्स और होली में महान सौहार्द के साथ शामिल होते थे”.

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अमिताभ ने आगे लिखा कि, ”एक के बाद एक वे सब चले गए, लेकिन राकेश जैसे कुछ लोग ऐसी छाप छोड़ जाते हैं, जिसे मिटाना या भूल पाना मुश्किल होता है. स्क्रीन प्ले और डायरेक्शन की उनकी समझ, उनका लेखन और पल भर में उसका एग्जीक्यूशन, नट्टू और याराना के दौरान लोकेशन पर उनकी मौज-मस्ती. उन्हें अपनी काबिलियत पर पूरा भरोसा था और ऑड डे पर हमें शूटिंग से ब्रेक की आजादी देते थे, ताकि हम आराम कर सकें, आसपास घूम सकें और हंसी-ख़ुशी से उनके साथ रह सकें”.

बिग बी ने आगे लिखा कि, ”बेहद मिलनसार और खुशदिल इंसान, जो अपने साथ काम करने वाले कलाकारों की किसी भी तरह की दिक्कत में साथ देने के लिए हमेशा खड़े रहते थे. नहीं, मैं उनके अंतिम संस्कार में जाने से हिचकिचाऊंगा…क्योंकि मैं राकेश को इस तरह नहीं देख पाऊंगा. आपने अपनी कहानी के आइडिया और फिल्म से हम जैसे कई लोगों को खास बनाया. राकेश आप हमेशा बहुत याद आएंगे”.

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