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45 सैनिकों की मौत से खौफ में चीन, भारत से डरकर पैंगोंग झील से पीछे हटने लगे चीनी सैनिक…

भारत के आगे झुका चीन ! पैंगोंग झील से पीछे हटने लगे चीनी सैनिक

9वें दौर की वार्ता में बन गई बात ! चीन ने पीछे हटाए कदम, पैंगोंग झील पर दिखा असर

नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच अब भी सीमा विवाद जारी है. लेकिन अब भारत के लिए एक अच्छी ख़बर आई है. दरअसल, बुधवार से हमारे पड़ोसी देश चीन ने पैंगोंग झील (Pangong Tso lake) के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से पीछे हटना शुरू कर दिया है. यह भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है और चीन में भारत के प्रति डर भी साफ़ देखा जा रहा है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राज्य सभा में इस बात की जानकारी दी है कि, पैंगोंग झील (Pangong Tso lake) से चीन ने अपने कदम पीछे हटाने शुरू कर दिए हैं. राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा है कि, दोनों देशों के बीच वार्ता में अपनी-अपनी सेना को पीछे हटाने की बात पर सहमति बनी है. जहां चीन अपने इस काम पर भी लग गया है और उसके सैनिक इस जगह को छोड़ने लगे है.

9वें दौर की वार्ता के बाद बनी सहमति…

चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने दावा करते हुए इस बात की जानकारी दी है कि, भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की नौवें दौर की वार्ता हुई है, जिसमें दोनों देशों के बीच सहमति बनी है कि, वे अपनी सेनाएं पीछे हटाएंगे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक़, इस मुद्दे को लेकर भारत और चीन के बीच 16 घंटे की लंबी मैराथन सैन्य वार्ता चली है. चीन ने कहा है कि, उसके सैनिक अपनी ओर से सीमा पर संयम बनाए रखेंगे.

करीब 50 हजार सैनिकों की हुई थी तैनाती..

गौरतलब है कि, भारत और चीन के बीच सीमा विवाद मई 2020 के बाद सामने आया था. दरअसल, 15-16 जून की रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. Russian न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक इस हिंसक झड़प में दोनों ही देशों को अपने सैनिक गंवाने पड़े थे. भारत ने चीन के 45 सैनिक मार दिए थे, जबकि जवाब में भारत के भी 20 सैनिक शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से ही दोनों देशों के बीच गतिरोध लगातार जारी है. इस घटना के बाद चीन और भारत दोनों ने ही संबंधित क्षेत्र में 50 हजार से अधिक सैनिकों की तैनाती कर दी थी.

लगातार होती रही बातचीत…

बता दें कि, जून म हुई हिंसक झड़प के बाद से वैश्विक स्तर पर दोनों देशों के बीच मतभेद सामने आए थे. हाल ही में हुई वार्ता से पहले दोनों देशों के बीच 8 दौर की लम्बी वार्ताएं इस सीमा विवाद को हल करने के लिए हो चुकी थी, लेकिन सभी बैठकें बेनतीजा रही थी. चीन और भारत के बीच कभी बात नहीं बनी. दोनों देश एक दूसरे पर लगातार आरोप भी लगते रहे. लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, यह सीमा विवाद जल्द से जल्द समाप्त हो सकता है. 24 जनवरी को कोर कमांडर स्तर की बैठक की नौवें दौर की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें इस मुद्दे पर सहमति बन गई है.

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