अध्यात्म

स्फटिक की माला से करें मंत्रों का जाप, संसार के सभी सुख मिलेंगे, दुख दूर भागेंगे

हर किसी के जीवन में कुछ न कुछ दुख और समस्याएं जरूर होती है। इनमें से कुछ हमारे प्रयासों से हल हो जाती हैं तो कुछ के लिए हमे भगवान और भाग्य पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र हमारे जीवन के दुखों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुंडली या ग्रहों में दोष होने पर ज्योतिष शास्त्र हमे अलग अलग रत्न जैसे नीलम, हीरा, पन्ना, मोंगा इत्यादि धरण करने की सलाह देते हैं।

 

ऐसे में आज हम आपको स्फटिक की माला धारण करने और इससे मंत्रों का जाप करने के कुछ लाभ बताने जा रहे हैं। स्फटिक को माला के अलावा अंगूठी के रूप में भी कुछ लोग पहनते हैं। लेकिन स्फटिक नग की बजाय माला के रूप में पहनना बहुत लाभकारी होता है। इस स्फटिक की शिवलिंग भी बनती है।

स्फटिक का अंग्रेजी नाम रॉक क्रिस्टल है। वहीं संस्कृत में इसे सितोपल कहा जाता है। इसके अलावा स्फटिक को शिवप्रिय, कांचमणि और फिटक के नाम से भी जाना जाता है। यह सिलिकॉन और ऑक्सीज़न के एटम्स से मिलकर बनता है। दिखने में ये बर्फ की तरह पारदर्शी और सफेद होता है। असल में आप स्फटिक को एक रंगहीन, पारदर्शी, निर्मल पत्थर के रूप में भी समझ सकते हैं।

सफेद रंग के चमकदार इस स्फटिक को धारण किया जाए तो जीवन के कई दुख समाप्त हो सकते हैं। तो चलिए जल्दी से स्फटिक की माला पहनने के फ़ायदों पर एक नजर दौड़ा लेते हैं।

1. यदि किसी व्यक्ति के मन में अक्सर डर, घबराहट और बैचेनी बनी रहती है तो उसे स्फटिक की माला पहनना चाहिए। इससे व्यक्ति के मन में सुख, शांति और धैर्य बना रहता है।

2. आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर स्फटिक धारण कर धन और संपत्ति का लाभ लिया जा सकता है। इसके अलावा इसे धारण करने से रूप, बल, वीर्य और यश भी हासिल होता है।

3. जब भी आप किसी मंत्र का जप करें तो हमेशा स्फटिक की माला का उपयोग करें। इससे वह मंत्र शीघ्र सिद्ध होता है और आपको उसका पूर्ण लाभ मिलता है।

 

4. ज्वर, पित्त-विकार, निर्बलता तथा रक्त विकार जैसी बीमारियों को स्फटिक की भस्म से समाप्त किया जा सकता है।

5. शुक्र दोष होने पर स्फटिक की माला धारण करना चाहिए। ये शुक्र दोष को आसानी से दूर कर देता है। इसकी वजह ये है कि स्फटिक की माला को भगवती लक्ष्मी का रूप भी माना जाता है।

6. स्फटिक माला हमेशा सोमवार के दिन ही धारण करें। इससे आपको एक अद्भुत शांति महसूस होगी। इसके अलावा सिरदर्द जैसी समस्या भी समाप्त हो जाएगी।

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