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10 महीने के मासूम को गोद में लेकर माँ की ममता के साथ खाकी का फर्ज निभा रहीं हैं पूनम

कोरोना काल के बीच पुलिस अपना फर्ज बखूबी तरीके से निभा रही है। हमेशा से ही पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए आगे रहती है। यह दिन-रात अपनी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं, तभी हम सुरक्षित अपने घरों में सो पाते हैं। आप लोगों ने ऐसे बहुत से पुलिस वालों के बारे में सुना होगा जिन्होंने अपने अच्छे कार्य से सभी लोगों को काफी प्रभावित किया है। आज हम आपको एक ऐसी महिला पुलिस के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो अपनी मां की ममता के साथ-साथ खाकी का भी फर्ज निभा रहीं हैं। जी हां, अपने जज्बे से जहां जीतने की ख्वाहिश को आगरा पुलिस की सिपाही पूनम साकार कर रही हैं। अपने 10 महीने के बच्चे को रोजाना यह साथ लेकर न्यू आगरा थाने में ड्यूटी करने वाली पूनम नारी सशक्तिकरण की सशक्त मिसाल हैं।

आपको बता दें कि थाना न्यू आगरा में तैनात सिपाही पूनम कुमारी इन दिनों अपनी ड्यूटी के साथ-साथ अपने बेटे की जिम्मेदारी भी बखूबी तरीके से निभा रही हैं। पूनम रोजाना महिला हेल्प डेस्क पर ड्यूटी देती हैं। ड्यूटी के दौरान इनका 10 महीने का बेटा साथ ही रहता है। जब इनका बेटा रोता है तो यह उसे प्यार और दुलार करने लगती हैं। जब इनके बेटे को नींद आती है तो यह उसे अपनी गोद में ही सुला लेती हैं। पूनम को चाइल्ड केयर लीव नहीं मिल पाई है, इसके लिए उन्होंने आवेदन भी कर रखा है। आपको बता दें कि पूनम के पति सीमा पर देश की रक्षा के लिए तैनात हैं।

पूनम कुमारी ने बताया है कि उनका बेटा घर के अन्य किसी भी सदस्य के पास नहीं रहता है। अगर उसको घर पर छोड़ कर जाया जाए तो वह रोने लगता है। इसी वजह से वह अपने बेटे को रोजाना ड्यूटी पर लेकर आ जाती हैं। पूनम की ड्यूटी दिन में ही नहीं बल्कि रात में भी लगती है। इस दौरान पूनम अपने बच्चे को अपने साथ रखती हैं। पूनम को मातृत्व अवकाश के रूप में उन्हें 6 महीने की छुट्टी मिल गई, इसके बाद इन्होंने चाइल्ड केयर लीव के लिए आवेदन किया हुआ है परंतु अभी तक यह छुट्टी उनको नहीं मिली है। पूनम का ऐसा कहना है कि अगर 6 महीने की छुट्टी और मिल जाती तो बहुत ही अच्छा होता। तब तक इनका बेटा थोड़ा बड़ा हो जाता, जिसके बाद यह अपनी ड्यूटी ठीक प्रकार से कर पातीं।

पूनम ने ऐसा बताया है कि उनका विवाह वर्ष 2018 में फरवरी के महीने में हुआ था। वह 2016 बैच की सिपाही हैं। पूनम आगरा से पहले मैनपुरी में तैनात थीं। उनके जेठ जिनका नाम अरविंद कुमार है वह भी सिपाही हैं। इनके जेठ आईजी ऑफिस में तैनात हैं। इनकी सास रामवती देवी बुजुर्ग हैं इनके पति 2 महीने की छुट्टी पर आए थे और अक्टूबर में इनके पति ड्यूटी पर वापस चले गए थे। पूनम खाकी पहनकर कठिन हालात में भी अपने फर्ज को बखूबी तरीके से निभा यहीं हैं। पूनम अपना काम करती रहती हैं और उनकी नजर बार-बार अपने प्यारे बच्चे की देखरेख पर भी रहती है। पूनम जिस प्रकार से अपने फर्ज को निभा रही हैं उसकी चर्चा पूरे जनपद में हो रही है।

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