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निधन के बाद चोरी हो गया था चार्ली चैप्लिन का शव,पत्नी ने चोरों को पैसे देने से कर दिया था इनकार

कॉमेडी फिल्मों की दुनिया में बिना एक शब्द बोले अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों को हंसी से लोटपोट करने वाले चार्ली चैप्लिन किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। 16 अप्रैल 1889 को लंदन में जन्में चार्ली चैप्लिन ने हमेशा से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। चार्ली चैप्लिन ने ऐसी कई फिल्मों में अभिनय किया है जिसे देखकर लोग आज भी उतना ही हंसते हैं जितना पहले हंसा करते थे। च्रार्ली चैप्लिन की ज्यादातर फिल्में कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित थीं जिस वजह से अमेरिका ने इन पर प्रतिबंध तक लगा दिया था। प्रतिबंध के बावजूद भी चार्ली को 1973 मे ‘लाइम लाइट’ फिल्म में बेस्ट म्युजिक के लिए ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजा गया था। आपको चार्ली चैप्लिन के जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प और रोमांचक बातों के बारें में बताते हैं।

मौत के बाद चोरी हो गया था शव

बताया जाता है कि चैप्लिन के निधन के बाद जब उनके शव को दफनाया गया था उसके तीन महीने बाद कब्र से उनका शव चोरी हो गया था। शव की चोरी उनके परिवार से पैसे वसूलने के लिया किया गया था। चोरों ने उनके शव को लौटाने के लिए 600,000 स्विस फ्रैंक्स की मागं की थी, लेकिन उनकी पत्नी ऊना चैपलीन ने पैसे देने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि चैपलिन मेरे दिल में औऱ स्वर्ग में हैं।

चार्ली चैपलिन का बचपन बेहद गरीबी में बीता था। उनके पिता शराबी थें जिसके कारण इनके घर पर आर्थिक और मानसिक समस्याएं हमेशा बनी रही और बाद में इनकी मां भी पागलपन का शिकार हो गई थीं। इस वजह से बेहद कम उम्र में ही चार्ली चैप्लिन को घर छोड़कर एक आश्रम में शरण लेनी पड़ी। चार्ली चैपलिन की चार पत्नियां थी और उनके 11 बच्चे हुए।

चार्ली चैप्लिन ने 13 साल की ही उम्र में मनोरंजन की दुनिया में कदम रख दिया था। डांस के साथ ही शुरुआत से ही चैप्लिन ने स्टेज प्ले में भी अपनी दिलचस्पी दिखाई। इनके अभिनय के बदौलत इन्हें अमेरिकी फिल्म स्टूडियों के लिए चुना गया और समय के साथ ये साइलेंट यानी मूक फिल्मों के क्षेत्र में बेताज बादशाह के रूप में उभरें।

सबसे लंबा स्टैंडिंग ओवेशन पाने वाले अभिनेता थे चार्ली

दिलचस्प बात यह है कि चार्ली चैप्लिन इकलौते ऐसे अभिनेता रहे जिन्हें सिनेमा में अपने बेहतरीन काम के लिए सबसे लंबा स्टैडिंग ओवेशन मिला। लोगों ने 12 मिनट तक लगातार खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाई थीं। ऑस्कर के इतिहास में ये रिकॉर्ड अबतक चार्ली चैप्लिन के नाम ही दर्ज है।गौरतलब है कि इंग्लैंड की क्वीन ऐलिजाबेथ ने चार्ली चैप्लिन को ‘नाइट’ की उपाधि दी थी। केवल क्वीन एलिजाबेथ ही नहीं बल्कि महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन भी उनके काम से इतने प्रभावित थें कि उनसे मिलने की इच्छा रखते थें जब इस बात का पता चार्ली चैप्लिन को चला तो उन्होंने अलबर्ट आइंस्टीन उनकी पत्नी को अपने घर दावत पर बुलाया। इस दावत के दौरान दोनो की अच्छी दोस्ती भी हो गई।

हरफनमौला रहने वाले चार्ली चैप्लिन ने 25 दिसंबर 1977 को 88 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। बाद में स्विजरलैंड में उनके आवास को म्यूजियम में बदल दिया गया। आज भले ही चार्ली चैप्लिन हमारे बीच नहीं है लेकिन हास्य का जो रूप उन्होंने दर्शकों के सामने रखा है उससे आने वाली कई पीढ़ियां भी प्रेरणा लेंगी।

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