स्वास्थ्य

ये 3 फल हैं डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण इलाज, आज ही से शुरू कर दें इनका सेवन

आजकल की भागदौड़ भरी इस लाइफस्टाइल में खुद का ख्याल रखने के लिए लोगों के पास वक्त नहीं है. लोग व्यस्तता के कारण अपना ध्यान नहीं रख पाते और अपने शरीर में अनेकों रोग को निमंत्रण देने लगते हैं. अनियमित जीवनशैली के चलते जो बीमारी सबसे ज्यादा लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है वह है मधुमेह. मधुमेह को अंग्रेजी में Diabetese कहा जाता है. इस बीमारी को लोग धीमी मौत भी कहते हैं. यह ऐसी बीमारी है जो यदि एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले तो फिर जीवन भर उसका साथ नहीं छोड़ती. इस बीमारी सबसे बुरा पक्ष यह है कि यह शरीर में अन्य कई बीमारियों को भी निमंत्रण देती है. मधुमेह रोगियों को आंखों में दिक्कत, किडनी, लीवर की बीमारी और पैरों में दिक्कत जैसी समस्या होने लगती है. पहले यह बीमारी चालीस की उम्र के बाद ही होती थी. लेकिन आजकल बच्चों में भी इसका मिलना चिंता का एक बड़ा कारण बन गया है. डायबिटीज के मरीजों को एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने की सलाह दी जाती है, जिसमें एक्सरसाइज भी शामिल होता है. इसके अलावा डॉक्टर कुछ ऐसे फल खाने की भी सलाह देते हैं जो डायबिटीज की बीमारी में रामबाण की तरह काम करते हैं. बता दें, पिछले साल के मुकाबले इस साल तकरीबन 5 प्रतिशत डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ी है. इसलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको 3 ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. कौन से हैं वो फल, आईये जानते हैं.

जामुन

डायबिटीज की बीमारी में जामुन फल को बहुत फायदेमंद बताया गया है. डायबिटीज के मरीजों को अधिक से अधिक जामुन फल का सेवन करना चाहिए. दरअसल, जामुन फल में एक विशेष प्रकार का एंजाइम (enzyme) पाया जाता है, जो शुगर लेवल को बढ़ने नहीं देता. इसके सेवन से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. प्राचीनकाल के वैद्यों का मानना था कि यदि आप शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं तो जामुन की गुठली का चूर्ण बनाकर लें. यह शुगर कंट्रोल करने का सबसे प्रभावी तरीका है.

कच्चा केला

शुगर/डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा से ज्यादा कच्चे केले का सेवन करना चाहिए. लोगों का मानना है  कि डायबिटीज होने पर केला नहीं खाना चाहिए. क्योंकि केला ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा देता है. लेकिन एक शोध की मानें तो यदि आप डायबिटीज से मुक्ति पाना चाहते हैं तो केला सबसे उत्तम फल है. यदि आप रोजाना संतुलित मात्रा में 250-500 ग्राम/दिन केला खाएंगे तो फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज लेवल के साथ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का अनुपात भी कम होगा.

पपीता

डायबिटीज में पपीता खाने की भी सलाह दी जाती है. जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उन्हें ज्यादा से ज्यादा पपीता का सेवन करना चाहिए. दरअसल, पपीते में अधिक मात्रा में कैरोटीन (carotene) और पपायन (papain) नामक एंजाइम पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने का काम करते हैं. पपीता खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है.

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