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एनडीए के लिए राहत की खबर, बजट से नाखुश टीडीपी गठबंधन तोड़ने के मूड में नहीं

आंध्र प्रदेश: मोदी सरकार के आखिरी पूर्ण बजट से न सिर्फ विपक्ष नाखुश है, बल्कि एनडीए की सहयोगी पार्टियां भी नाराज दिख रही है। लेकिन इन सबके बीच बीजेपी के लिए एक राहत की खबर सामने आई हैं। बता दें कि बजट से नाखुश टीडीपी की पार्टी में हलचले मच रही थी, जिससे तमाम अटकलें लगाई जा रही थी कि कही टीडीपी बीजेपी के गठबंधन में दरार न देखने को मिले। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

लोकसभा में मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट एक फरवरी को पेश हुआ, जिसके बाद से ही विपक्ष सरकार पर हावी होती दिखाई दे रही है। बताते चलें कि जहां एक तरफ सरकार के इस बजट को विपक्ष जुमला बता रही है तो वहीं सरकार की सहयोगी पार्टियां इस बजट को फेल बता रही है। शुक्रवार को टीडीपी ने कहा था कि जेटली का बजट फेल है, हमे सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी। दरअसल, टीडीपी ने सरकार से एक विशेष मांग की थी, जोकि इस बजट में पूरा नहीं हुआ, जिसकी वजह से टीडीपी सरकार से नाखुश नजर आई।

बजट के बाद टीडीपी ने आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें बजट को लेकर पार्टी मीटिंग में तय किया गया कि बीजेपी के साथ गठबंधन को बरकरार रखा जाएगा। जी हां, आध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये आपस का मामला है, हम इसे जल्दी ही सुलझा लेंगे, ऐसे में दोनों पार्टी के बीच कोई मनमुटाव नहीं है।

दरअसल, आंध्र प्रदेश के सीएम ने सरकार से मांग की थी कि आंध्र प्रदेश को इस बजट में विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए, लेकिन सरकार के तरफ से ऐसी कोई पहल नहीं दिखी, जिसकी वजह से टीडीपी में हड़कंप मच गई थी। इसके अलावा टीडीपी चाहती थी कि इस बजट से आंध्र प्रदेश के लिए कोई खास योजना निकलें।

बता दें कि सरकार के लिए यहां सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि मोदी सरकार ने बिहार की गठबंधन की सरकार को भी विशेष राज्य देने का वादा किया है, ऐसे में सरकार किसी एक राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देगी, तो दूसरी पार्टी में नाराजगी आ जाएगी, जिसकी वजह से शायद सरकार ने इस बजट में ऐसा कोई कदम नहीं उठाया।

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