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विजेंदर ने चीनी मुक्केबाज को दी चुनौती, कहा 45 सेकंड में कर दूंगा खेल खत्म चाइनीज माल ज्यादा नहीं टिकता..!

प्रोफेशनल बॉक्सिंग की दुनिया में विजेंदर एक नया सितारा बनकर उभरे हैं। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने जब प्रोफेशनल बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा तो शुरूआत में लोगों द्वारा काफी आलोचनाकी गई। लेकिन विजेंदर ने अपने सभी मुकाबलों में जीत दर्ज करके दिखा दिया की वो किसी से कम नही। और अब पूरा देश उनके साथ है। विजेंदर ने प्रोफेशनल बॉक्सिंग में अपने सभी आठों मुकाबलें जीते हैं। इसी पीच मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने जुल्फिकार मैमतअली के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पूर्व चीन के मुक्केबाज को लेकर बडा बयान दिया हैं।

विजेंदर ने कहा चाइनीज माल ज्यादा नहीं टिकता :

मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने जुल्फिकार मैमतअली के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पूर्व चीन के मुक्केबाज पर तंज कसते हुए कहा कि वह इस मुकाबले को जल्द से जल्द जीतने की कोशिश करेंगे। क्योंकि चीन का माल अधिक देर नहीं टिकता। इस बड़े मुकाबले से पहले मीडिया से बात करते हुए विजेंदर ने कहा, ‘45 सेकंड में जल्द से जल्द निपटाने का ट्राई करूंगा। विजेंदर द्वारा दिए गए इस बयान से लग रहा है कि विजेंदर अपने इस मुकाबले को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए हैैं। इन दोोंनो के बीच दर्शकों को एक कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।

5 अगस्त को होगी विजेंदर की बाउट :

भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह 5 अगस्त को दोहरी खिताबी बाउट में डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट चैम्पियन जुल्फिकार मैमेत अली से भिडने जा रहे हैं। इस बाउट में दोनों मुक्केबाज अपने-अपने डब्ल्यूबीओ खिताब दांव पर रखेंगे। इस मुकाबले का विजेता अपना खिताब बचाने के अलावा प्रतिद्वंद्वी का खिताब भी अपने नाम करेगा। विजेंदर डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन हैं जबकि जुल्फिकार डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट चैम्पियन हैं। मुंबई के वर्ली में एनएससीआई स्टेडियम में दोनों के बीच पांच अगस्त को होने वाले इस मुकाबले इस मुकाबले का पहला टिकट खुद विजेंदर ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को दिया है।

किसमें कितना हैं दम :

ये दोनों ही अपने देशों के नंबर एक मुक्केबाज हैं। और दोनों ही प्रोफेशनल बॉक्सिंग में अब तक हारे नहीं हैं। जुल्फिकार मैमेतअली फिलहाल WBO ओरिएंटल सुपर मिडलवेट चैंपियन हैं। लेकिन विजेंदर को अपने प्रतिद्वंद्वी के 27 राउंड के मुकाबले 30 राउंड का अनुभव है। विजेंदर ने इसके अलावा सात मुकाबले नाकआउट से जीत हैं। जबकि मैमतअली के नाम छह नाकआउट दर्ज है। विजेंदर इस समय बाउट के लिए अपने ट्रेनर ली बीयर्ड के साथ इंग्लैंड के मैनचेस्टर में ट्रेनिंग ले रहे हैं। विजेंदर 31 वर्ष के हैं जबकि मैमेतअली उनसे 9 साल छोटे हैं। जब यह पूछा गया कि क्या चीन के मुक्केबाज को युवा होने के कारण तेजी का फायदा मिल सकता है तो विजेंदर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इससे कोई फर्क पड़ने वाला है। मुक्केबाजी अनुभव का खेल है और आपके मुक्कों में ताकत होनी चाहिए। मैं 20 साल के मुक्केबाज जैसा महसूस कर रहा हूं, मैं खुद को मैमेतअली से युवा मानता हूं।

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