बंगाल उपचुनाव में TMC ने BJP को न सिर्फ उसके गढ़ में हराया बल्कि न मिटने वाला इतिहास रच दिया
पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव (West Bengal Bypolls Results) में तृणमूल कांग्रेस ने क्लीन स्वीप (TMC Clean sweep) किया है. विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद उपचुनाव में भी TMC की जीत की उम्मीद की जा रही थी. टीएमसी ने दो सीटों पर एक लाख तो दो अन्य सीटों पर 50 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है. मगर दिनहाटा सीट के आए परिणामों ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है.
यहाँ से तृणमूल उम्मीदवार उद्यान गुहा ने करीब 1 लाख 65 हजार वोटों से जीत अपने नाम की है. विधानसभा उपचुनाव में इतनी बड़ी जीत काफी दिनों बाद देखने को मिली है. इसके पहले इतनी बड़ी जीत कुछ वर्षों पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान देखने को मिली थी. उस समय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने भी करीब एक लाख 65 हजार वोटों से जीत हासिल की थी.
इस जीत में आश्चर्य कर देने वाली बात यह है कि, इस सीट पर बीजेपी के वोटर माने जाने वाले राजबंशी समुदाय की अच्छी खासी तादाद है. साथ ही यही वह जगह है जहां से बीजेपी ने अपने पैर बंगाल में जमाना शुरू किये थे. दिनहाटा कूच बिहार लोकसभा सीट का हिस्सा है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी. उस समय बीजेपी ने 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल किए थे.
निशिथ प्रमाणिक के अपने बूथ पर भी बीजेपी को हार मिली
उस समय देश के गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक कूच बिहार सीट से 2019 में चुनाव जीते थे. इस साल भी BJP की आला कमान ने निशिथ से दिनहाटा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने को भी कहा था. दिनहाटा सीट पर उन्होंने दोबारा जीत दर्ज की थी. हालांकि इस बार जीत बेहद कम वोटों से हुई थी. उन्हें सिर्फ 57 वोटों से ही जीत मिली थी. बाद में उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया. अब इस उपचुनाव में बीजेपी को निशिथ प्रमाणिक के बूथ से भी हार मिली है.
इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया के आकड़ें
इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों को देखे तो बंगाल में चार सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव में BJP को 14.5 फीसदी (111575) वोट मिले हैं. जबकि सीपीआई (एम) को 7.3 फीसदी (56068) वोट मिले हैं. जबकि कांग्रेस पार्टी को महज़ 0.37 फीसदी वोट ही मिले हैं. वहीं इस चुनाव में 1.07 प्रतिशत लोगों ने नोटा दबाया है.
दिनहाटा सीट की जीत तृणमूल के लिए बहुत मायने रखती है
इस उपचुनाव में दिनहाटा सीट पर तृणमूल की जीत को इसलिए भी बड़ा माना जा रहा है क्योंकि सामान्य तौर पर विधानसभा चुनाव में इतने वोटों के अंतराल से जीत नहीं होती है. डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से हुई जीत को बीजेपी के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जा रहा है. BJP का बंगाल में भविष्य अधर में लटका दिखाई देता है. आपको बता दें कि जिन चार सीटों पर उपचुनाव हुए हैं उनमें से दो सीटें पहले बीजेपी के पास थीं. लेकिन अब चारों टीएमसी के पास हैं. टीएमसी ने दिनहाटा विधानसभा सीट पर 1,64,089 मतों के रिकॉर्ड अंतर जीत दर्ज की है.