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कोरोना वैक्सीन से इन 3 तरह के लोगों को हो रहें हैं साइड-इफेक्ट, अध्ययन में हुआ खुलासा

भारत में तेजी के साथ कोरोना टीकाकरण अभियान किया जा रहा है और इस अभियान के तहत रोज 20 लाख लोगों को टीका लगाया जा रहा है। भारत में 45 साल से अधिक आयु के लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है। ये वैक्सीन लेने के बाद कुछ लोगों को साइड-इफेक्ट की शिकायत हो रही है। कोरोना वैक्सीन से होने वाले साइड-इफेक्ट पर कई सारे अध्ययन किए गए हैं और इन अध्ययन में पाया गया है कि कुछ खास वर्ग के लोगों को ही कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं।

अध्ययनों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन लेने के बाद बुखार, कंपकंपी महसूस होना, थकान, मतली, उल्टी, इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन और दर्द जैसे दुष्प्रभाव हो रहे हैं। जो कि आम बात है। ये वैक्सीन लेने के बाद व्यक्ति को पूरी तरह से आराम करना चाहिए। आराम करने से जल्द ये तकलीफ सही हो जाती है और पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं। वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ लोगों को ज्यादा दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार महिलाओं को वैक्सीन का साइड-इफेक्ट अधिक हो रहा है। अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी सीडीसी (CDC) द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। अध्ययन के लिए विभिन्न उम्र के लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी और पाया गया कि टीकाकरण करवाने वालों में 79 फीसदी साइड-इफेक्ट्स की शिकायत महिलाओं ने की। इन महिलाओं को फाइजर की वैक्सीन दी गई थी।

कोविड लक्षण ऐप (ZOE) द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक उन लोगों में अधिक साइड-इफेक्ट्स हो रहा है। जो कि पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके थे। ऐसे लोगों को वैक्सीन लगने के बाद ठंड अधिक लग रही है। साथ ही कई तरह के साइड-इफेक्ट देखने को मिले है। वहीं जिन्हें पहले कोरोना नहीं हुआ था। वो टीका लेने के बाद भी पूरी तरह स्वस्थ थे। उनमें कोई भी साइड-इफेक्ट देखने को नहीं मिले।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की कोच्चि शाखा द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक भारत में युवाओं में ज्यादा साइड-इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं। भारत में बुजुर्गों की तुलना में कोरोना वैक्सीन के साइड-इफेक्ट युवाओं को हो रहे हैं। इस अध्ययन में पांच हजार से अधिक लोगों को शामिल किया गया था। जिसमें 20-29 साल के युवा और 80-90 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। अध्ययन के मुताबिक वैक्सीन लेने के बाद 81 फीसदी युवाओं में कोई न कोई साइड-इफेक्ट देखने को मिला। जबकि बुजुर्गों में यह महज सात फीसदी था।

गौरतलब है कि टीकाकरण अभियान भारत के अलावा अमेरिका में भी तेजी के साथ किया जा रहा है। अमेरिका में रोजाना 30 लाख से अधिक लोगों को ये वैक्सीन दी जा रही है। अमेरिका में फाइजर नाम की वैक्सीन दी जा रही है। जबकि भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन दी जा रही है।

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