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हरसिमरत कौर ने की हिंसा के आरोपियों को छोड़ने की मांग, कहा-पंजाब के CM करवाएं इन्हें रिहा

शिअद की सांसद हरसिमरत कौर बादल कृषि कानूनों के खिलाफ खड़ी हैं और इन कानूनों को लेकर सरकार पर जमकर हमला कर रही हैं। इस प्रदर्शन को लेकर हरसिमरत कौर बादल का ताजा बयान सामने आया है। जिसमें इन्होंने कहा कि ये भारत सरकार की गलतफहमी है कि केवल पंजाब ही आंदोलन कर रहा है। पूरा देश विरोध कर रहा है, सभी राज्यों के किसान धरना स्थलों पर बैठे हैं। अगर सरकार अब भी आंखें बंद करके यह दावा करना चाहती है कि केवल पंजाब ही विरोध कर रहा है, तो कोई कुछ नहीं कर सकता।

अपने इस बयान में इन्होंने आगे कहा कि जिन किसान भाईयों को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा है उनकी रिहाई के लिए राज्य के मुख्यमंत्री को दिल्ली जाना चाहिए। मीडिया से बात करते हुे इन्होंने कहा कि ये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की जिम्मेदारी है कि वह दिल्ली जाएं और यह सुनिश्चित करें कि पंजाब के निर्दोष युवाओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लिए जाएं। उन्हें बिना किसी एफआईआर के जेल में डाल दिया गया है। यह पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि वे उनकी मदद करें, वे क्या कर रहे हैं।


दरअसल ट्रैक्टर रैली के दौरान जिन लोगों ने हंगामा किया था उनमें से कई लोगों की पहचान कर उन्हें दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया है। अब इन्हीं आरोपियों की रिहाई की मांग हरसिमरत कौर बादल कर रही हैं। हरसिमरत कौर बादल ने इन सभी आरोपियों को बेकसूर बताया है।

गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में ही हरसिमरत कौर बादल की पार्टी शिअद ने एनडीए से गठबंधन तोड़ दिया था। हरसिमरत कौर बादल मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थी। लेकिन इन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा भी दे दिया था। तभी से ये और इनकी पार्टी के लोग मोदी सरकार के खिलाफ बयान दे रहे हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि वो इन कानूनों को वापस ले लें।

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