व्रत के दौरान पीरियड्स होने पर न करें ये गलती, रखें इन बातों का ध्यान
हिंदू धर्म में व्रत रखने का काफी महत्व है और कई सारी महिलाएं हर महीने एक व्रत जरूर रखा करती है। हालांकि शास्त्रों में पीरियड्स के दौरान पूजा व व्रत रखना वर्जित माना गया है। मान्यता है कि पीरियड्स होने पर व्रत रखने से व पूजा करने से फल की प्राप्त नहीं होता है। इसके अलावा सेहत के नजरिए से भी पीरियड्स के समय व्रत करना सही नहीं माना जाता है। दरअसल पीरियड्स के दौरान खाली पेट रहने से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और पेट में दर्द की शिकायत भी हो जाती है।
आज हम कुछ ऐसी बातें आपको बताने जा रहे हैं जिनको ध्यान में रखकर आप पीरियड्स के दौरान व्रत व पूजा भी कर सकते हैं और सेहत पर ध्यान भी दे सकती हैं।
इस तरह करें व्रत –
अगर पीरियड्स शुरू होने से पहले आप व्रत रखने का संकल्प धारण कर लेते हैं, तो आप व्रत रख सकते हैं। हालांकि बस इस चीज का ध्यान रखें की अपने आपको भूखा न रखें और समय-समय पर फल और दूध पीते रहें। ऐसे करने से पेट में दर्द की शिकायत नहीं होती है। वहीं व्रत का संकल्प लेने से पहले ही आपको महावारी हो जाती है। तो आपकी जगह घर का कोई ओर सदस्य व्रत रख सकते हैं।
मन में लगें भगवान का नाम
पीरियड्स के कारण अगर आप व्रत नहीं रख पा रही हैं। तो परेशान न हों। ऐसी स्थिति में अपने मन में ही भगवान के नामों का जाप कर लें और ध्यान लगा लें। ऐसा करने से आपकी आस्था भी बनी रहेगी और सेहत भी सही रहेगी। आप बस महावारी शुरू होने पर पूजा न करें।
खाने का रखें पूरा ख्याल
पीरियड्स के दौरान कई महिलाएं पूजा भी करती हैं और व्रत भी रखती हैं। ऐसी स्थिति में महिलाओं को अपना पूरा ख्याल रखना चाहिए। व्रत रखने पर भी समय-समय पर फल खाने चाहिए। ठंडी चीजों की जगह गर्म चीजों का सेवन करना चाहिए। दूध और कॉफी अधिक पीनी चाहिए। इन्हें पीने से पेट अंदर से गर्म रहता है और दर्द की समस्या नहीं होती है। अपना पूरा ध्यान रखें और पूरी डाइट लें।
पति से रखवा लें व्रत
कई महिलाओं को करवा चौथ के दिन ही पीरियड्स हो जाते हैं। करवा चौथ का व्रत काफी कठिन होता है और इस दौरान किसी भी चीज का सेवन नहीं किया जाता है। अगर आपको करवा चौथ के दिन पीरियड्स हो जाते हैं, तो अपनी जगह पति से ये व्रत रखवा सकती हैं।
इस वजह से माना गया है व्रत रखना वर्जित
शास्त्रों में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को आराम करने की सलाह दी गई है। यही वजह है कि पीरियड्स शुरू होने पर महिला को पूजा न करने को कहा जाता है। क्योंकि पूजा करने के लिए कई तरह की तैयारियां करनी पड़ती हैं, जो कि पीरियड्स के दौरान मुश्किल हो जाती हैं। पीरियड्स के दौरान अधिक काम करने से कई महिलाओं को चक्कर की समस्या भी हो जाती है। इसलिए शास्त्रों में पीरियड्स के दौरान व्रत न रखनें की और पूजा पाठ से दूर रहने की सलाह दी जाती है। ताकि महिलाएं आराम कर सकें।
इन बातों का रखें खासा ध्यान
1 . शास्त्रों में पीरियड्स के दौरान किसी भी पवित्र वस्तु को छूना वर्जित माना जाता है। इसलिए पीरियड्स होने पर पाठ से जुड़ी किताब, ग्रंथ व इत्यादि चीजों को न छुएं।
2. पीरियड्स होने पर तुलसी के पौधे पर जल अर्पित न करें और इस पौधे से दूरी बनाए रखें। मान्यता है कि पीरियड्स के दौरान तुलसी के पौधे को छूने से ये पौधा जल्द ही सूख जाता है।
3. पूजा घर के अंदर प्रवेश न करें। वहीं मंदिर जाना बेहद ही जरूरी हो तो पवित्र होकर ही मंदिर के अंदर जाएं।