अध्यात्म

मनसा देवी के दर्शन करने से पूरी हो जाती है हर कामना, हरिद्वार की पहाड़ियों पर स्थित ये मंदिर

मनसा देवी मंदिर बेहद ही भव्य तरीके से बनाया गया है और ये 52 शक्तिपीठों में से एक है। उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित ये मंदिर शिवालिक पहाड़ियों के बिल्व पर्वत पर है। इस मंदिर में देवी की दो मूर्तियां हैं। एक मूर्ती की 5 भुजाएं व 3 मुंह है। जबकि दूसरी मूर्ती की आठ भुजाएं हैं। जो लोग हरिद्वार गंगा नदी में स्नान करने आते हैं, वो इस मंदिर में जरूर जाया करते हैं और मां के दर्शन किया करते हैं। यहां आकर मां के दर्शन करने से हर कामना पूर्व हो जाती है।

मनसा देवी मंदिर से कई सारी कथाएं भी जुड़ी हुई है। एक कथा के अनुसार मनसा देवी भगवान शंकर की पुत्री थी। जबकि अन्य पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार, मां मनसा की शादी जगत्‍कारू से हुई थी और इनके पुत्र का नाम आस्तिक था। मनसा देवी को नागों के राजा वासुकी की बहन के रूप में भी जाना जाता है। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि मनसा देवी ऋषी कश्यप के दिमाग की उपज है। कश्यप ऋषी प्राचीन वैदिक समय में एक महान ऋषी हुआ करते थे।

ये मंदिर सिद्ध पीठ त्रिभुज के चरम पर स्थित है। ये त्रिभुज माया देवी, चंडी देवी एवं मनसा देवी मंदिरों से मिलकर बना है। इस मंदिर के पास ही एक पवित्र वृक्ष भी है। इस वृक्ष से जुड़ी मान्यता के अनुसार जो लोग मां के दर्शन करने के बाद इस पेड़ पर धागा बांधते हैं। उनकी हर मनोकामना को मां पूरी कर देती हैं। इस पवित्र पेड़ पर कई सारे धागे बांधे हुए हैं। वहीं मनोकामना पूर्ण होने के बाद भक्त दोबारा यहां आकर वृक्ष पर बांधे गए धागे को खोल देते हैं।

नवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जाता है और यहां पर मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस दौरान भारी संख्या में भक्त यहां आते हैं। मंदिर में विशेष आरती भी की जाती है। हालांकि इस दौरान काफी भीड़ यहां लग जाती है और दर्शन करने में घंटों का समय लग जाता है।

ये मंदिर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। ऐसे में यहां तक जाने के लिए केबल कार की सुविधा दी गई है। केबल कार के माध्यम से भक्त आसानी से इस मंदिर तक पहुंच जाते हैं। इसके अलावा  786 सीढ़ी चढ़कर भी इस मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। ये मंदिर सुबह 5 बजे खुल जाता है और रात के 9 बजे तक खुला रहता है। मंदिर को दिन में दो घंटों के लिए बंद किया जाता है। दोपहर के 12 बजे से लेकर 2 बजे तक इसे बंद किया जाता है। इस दौरान मां का श्रृंगार किया जाता है और उन्हें भोग लगाया जाता है।

मनसा देवी मंदिर हरिद्वार शहर से लगभग 3 किमी दूर स्थित है। आप हरिद्वार आसानी से बस व ट्रैक्सी के माध्यम से पहुंच सकते हैं। वहीं यहां पर काफी सारी धर्मशालाएं भी मौजूद हैं, जहां पर आप रुक सकते हैं। मनसा देवी मंदिर के आसपास ओर भी कई मंदिर स्थित हैं। जल्द ही हरिद्वार में कुँभ का मेला शुरू होने जा रहा है। ऐसे में अगर आप इस जगह जाते हैं तो मनसा देवी जरूर जाएं और मां के दर्शन करें।

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