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24 घंटे के अंदर छुड़ाया गया बच्चा, मांगी थी 4 करोड़ की फिरौती, ऐसे पुलिस के जाल में फंसे आरोपी

गोंडा किडनैपिंग केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है और पुलिस ने 24 घंटे के अदंर ही इस किडनैपिंग केस को सुलझा लिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और किडनैप किए गए बच्चे को भी सुरक्षित उसके माता-पिता को सौंप दिया है। दरअसल उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में कल एक कारोबारी के बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ता मास्क बांटने के बहाने घर आए थे और बच्चे को अपनी गाड़ी तक ले गए। उसके बाद इन्होंने बच्चे का अपहरण कर लिया। बच्चे का अपहरण करने के बाद इन्होंने बच्चे के पिता से 4 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की। जिसके बाद परिवार वालों ने पुलिस से मदद मांगी।

इस तरह से किया गया था अपहरण

आरोपी सूरज ने कारोबारी के घर जाकर खुद को स्वास्थ्य विभाग का बताया था। इसके बाद सूरज सैनेटाइजर और मास्क देने के बहाने बच्चे को अपनी कार तक ले आया। ये कार आरोपियों ने कारोबारी के घर से कुछ ही दूरी पर खड़ी की थी। कार के पास बच्चे को लाकर उसका अपहरण कर लिया गया। हालांकि इस दौरान एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में सब रिकॉर्ड हो गया। जिससे की पुलिस को मदद मिली और पुलिस को किडनैपर की कदकाठी और दिशा का पता चल गया।

देर रात की गोंडा से भागने की कोशिश

बच्चे को किडनैपन करने के बाद इन्होंने उसके पिता से 4 करोड़ रुपए की मांग की। वहीं जैसे ही पुलिस को इस घटना के बारे में पता चला तो पुलिस ने गोंडा के बॉर्डर को सील कर दिया और इलाके में अलर्ट जारी कर दिया। अलर्ट जारी होने के बाद आरोपियों ने गोंडा छोड़कर भागने की कोशिश की और इसी दौरान ये बच्चे सहित पकड़े गए। इस किडनैपिंग केस के बारे में एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि बच्चे की किडनैपिंग के बाद आरोपियों को लगा कि वो पकड़े जा सकते हैं। तो वे रात बच्चे को यहां से लेकर निकलने लगे। हालांकि इसी दौरान ये सब पकड़े गए।

एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के अनुसार इस मामले में शाहपुर के रहने वाले सूरज पाण्डेय, उसकी पत्नी छवि पाण्डेय, सूरज का भाई राज पाण्डेय और इनके साथ दीपू कश्यप और उमेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी एक आल्टो कार के जरिए गोंडा से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि तभी पुलिस ने इनकी गाड़ी को रोक लिया। गाड़ी रोकने के बाद इन बदमाशों ने पुलिस की टीम पर फायरिंग कर दी और भागने की कोशिश करने लगे। जवाबी फायरिंग में उमेश और दीपू को गोली लग गई।

पुलिस को बच्चा कार के अंदर ही मिला। वहीं कार के अंदर से एक 32 बोर की पिस्तौल और दो 315 बोर के तमंचे भी बरामद हुए हैं। बच्चे को उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया है। बच्चे की आयु 8 वर्षीय की है। बताया जा रहा है कि पुलिस को किसी ने मुखबरी की कि ये बच्चे को गोंडा से बाहर ले जा रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने रात में ही यहां पर अलर्ट जारी कर दिया और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया। पुलिस की इसी सतर्कता की वजह से इन बदमाशों को पकड़ा जा सका। वहीं जिस तरह से पुलिस ने इस केस को हल किया है। उसके लिए पुलिस की टीम को सरकार की ओर से 2 लाख का इनाम दिया गया है।

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