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कानपुर: STF की पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा, लाइनमैन बोला-‘बिजली काटने के लिए थाने से आया था फोन’

पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया लाइनमैन ने कहा- 'पुलिसकर्मी ने ही कटवाई थी बिजली'

गुरुवार की देर रात कानपुर में हुए मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत की खबर सुनकर हर किसी के आंखों में आंसू आ गए। इस हादसे ने यूपी की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए, लेकिन इसी बीच योगी सरकार के आदेश से मामले में तेज़ी से कार्रवाई शुरु हो गई है। ऐसे में कानपुर मुठभेड़ में अब नए नए खुलासे हो रहे हैं, जिसमें खाकी वर्दी धारकों पर भी दाग लग रहे हैं। जी हां, एसटीएफ की जांच में नए नए खुलासे हो रहे हैं, जिसके बाद दावा किया जा रहा है कि इसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हो सकते हैं।

कानपुर के खुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी गई, जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस की रेड की जानकारी पुलिस स्टेशन से ही किसी ने दी थी। ऐसे में अगर कहा जाए कि 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के पीछे किसी घर के भेदी का ही हाथ था, तो गलत नहीं होगा। बता दें कि एसटीएफ की पूछताछ में कई तरह के खुलासे हो रहे हैं, जिसमें से एक यह भी है कि पुलिस स्टेशन से ही फोन कर गांव की लाइट कटवा दी गई थी। मतलब साफ है कि अपराधियों को रेड की सूचना पहले से ही मिल गई थी।

चौबेपुर थाने से आया था फोन

थाना चौबेपुर, कानपुर महानगर

मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसटीएफ की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि 3 जुलाई की रात जब पुलिसकर्मी शातिर अपराधी विकास दुबे को अरेस्ट करने के उसके घर जा रहे थे, तो इसी बीच किसी ने चौबेपुर थाने से लाइनमैन को फोन किया। लाइनमैन को फोन करके लाइट काटने के लिए कहा गया और फिर उसने लाइट काट दी। दरअसल, लाइट कटने के बाद ही गांव में मुठभेड़ शुरु हुई, जिसमें हमारे 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। एसटीएफ को तफ्तीश के दौरान पता चला कि पुलिसवालों पर जिस वक्त गोली चलाई गई, उस वक्त गांव में बिजली नहीं थी।

कानपुर मुठभेड़

मामले की पूछताछ के लिए शिवली पॉवरहाउस के लाइनमैन को एसटीएफ ने हिरासत में लिया। इस दौरान लाइमैन ने कबूला कि थाने से फोन आया था और वह खुद को पुलिसकर्मी बता रहा था। साथ ही लाइनमैन ने बताया कि पुलिसकर्मी ने उससे कहा कि गांव में बड़ा कांड हो गया है, इसीलिए तुम बिजली काट दो, जिसके बाद लाइनमैन ने बिजली काट दी और फिर मुठभेड़ शुरु हुई। मतलब साफ है कि मुठभेड़ कांड को पूरी तैयारी के साथ अंजाम दिया गया।

चौबेपुर थाने का निकला नंबर

कानपुर मुठभेड़

एसटीएफ ने लाइनमैन से वह नंबर भी लिया, जिससे उसे फोन आया था। जांच के बाद पता चला कि वह नंबर चौबेपुर थाने का ही है, ऐसे में बाकि पुलिसकर्मियों पर शक गहरा हो गया है। इसके अलावा, मौके-ए-वारदात से फॉरेंसिक टीम ने कुछ सबूत एकत्रित किए हैं, जिसमें खुलासा हुआ कि बदमाशों ने ऑटोमैटिक राइफलों से पुलिस पर फायरिंग की। बता दें कि यूपी पुलिस अभी भी फरार अपराधी विकास दुबे की तलाश कर रही है, जिसमें मिली लीड के मुताबिक, वह एमपी में हो सकता है। इसके अलावा, पुलिस ने विकास दुबे के खास साथी दयाशंकर को भी गिरफ्तार कर लिया है।

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