अध्यात्म

सावन माह में रुद्राक्ष धारण करने से नष्ट हो जाते हैं सारे पाप, जाने रुद्राक्ष धारण करने के नियम

रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी। रुद्राक्ष को बेहद ही पवित्र माना जाता है और इसको धारण करने से शिव की कृपा बन जाती है। रुद्राक्ष दो शब्दों को मिलाकर बनाया गया है जो कि रुद्र और अक्ष है। रुद्र का अर्थ शिव और अक्ष को आंसू होता है।

मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति की रक्षा भगवान शंकर करते हैं और उसे हर समस्या से बचाते हैं। ज्योतिष के अनुसार भगवान शिव ने एक वरदान देते हुए ये कहा था कि जो भी इस बीज को धारण करेगा। उसके तमाम ग्रहों से संबंधित दोष भी दूर हो जाएंगे। इसलिए किसी भी प्रकार का ग्रह दोष होने पर आप इसे धारण कर लें। इसको धारण करने से दोष से आपको मुक्ति मिल जाएगी।

कैसे धारण करें रुद्राक्ष

विधि-विधान से ही रुद्राक्ष को धारण किया जाता है और इसे धारण करते समय ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करना बेहद ही जरूरी होता है। ऐसा माना जाता है कि बिना मंत्र जाप के इसे धारण करने से दोष लग जाता है। वहीं इसको धारण करने के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम माना गया है। इसलिए सावन के दौरान ही इसे धारण करें। किसी पंडित से रुद्राक्ष की पूजा करवा लें और उसके बाद इसे धारण कर लें। अधिक फल पाने के लिए इसे सोमवार के दिन ही धारण करें।

किस मुखी रुद्राक्ष को करें धारण

रुद्राक्ष कई प्रकार का होता है और आप अपनी समस्या के आधार पर ही इसे धारण करें। दरअसल हर मुखी रुद्राक्ष से अलग-अलग लाभ जुड़ा होता है।

  • पापों से मुक्ति पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करें।
  • मानसिक शांति और व्यापार में सफलता के लिए दो मुखी रुद्राक्ष पहने।
  • आत्मबल बढ़ाने और अधिक धन पाने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना उत्तम होता है।
  • रोगों को दूर करने में चार मुखी रुद्राक्ष सहायक होता है।
  • यश कीर्ति और सुखों को बढ़ाने के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष पहनें।
  • जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए और माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना फलदायक होता है।
  • आयु में वृद्धि के लिए सप्त मुखी रुद्राक्ष धारण किया जाता है।
  • न्यायालय संबंधी मामलों में विजय हासिल करने के लिए अष्ट मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ माना गया है।
  • शत्रुओं का नाश करने हेतु और मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए नौ मुखी रुद्राक्ष पहनें।
  • प्रेत बाधा और दुर्घटना आदि से बचाने के लिए दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना उत्तम माना गया है।
  • प्रतिष्ठा और सम्मान बढ़ाने के लिए ग्यारह मुखी रुद्राक्ष शुभ साबित होता है।
  • दरिद्रता और किसी भी प्रकार की परेशानी को दूर करने हेतु बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
  • मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना फलदायक होता है।
  • आत्म और शारीरिक दोनों प्रकार के बल को बढ़ाने के लिए चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है।
  • वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए गौरी शंकर रुद्राक्ष पहना जाता है।
  • बाधाओं को दूर करके और  सुख-समृद्धि हेतु गणेश रुद्राक्ष धारण करना उत्तम साबित होता है।

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