अध्यात्म

अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं 6 महान राजयोग, जो चमका देंगे आपका भाग्य, बना देंगे आपको मालामाल

अक्षय तृतीया के दिन किए गए किसी भी कार्य का केवल शुभ या अक्षय फल ही मिलता है। इसलिए इस पर्व को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस साल अक्षय तृतीया का पर्व बेहद ही खास होने वाला है। क्योंकि साल 2020 में अक्षय तृतीया पर छह राजयोग बन रहे हैं।

कब आती है अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है और हर साल ये पर्व वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है।इस साल तृतीया तिथि का प्रारंभ 25 अप्रैल 2020 को रात 11:50 बजे से हो जाएगा जो कि 26 अप्रैल 13:21 बजे तक रहेगा। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन किए गए शुभ कार्यों का फल शुभ होता है और यहीं कारण है कि लोग वैवाहिक कार्यक्रम, धार्मिक अनुष्ठान, गृह प्रवेश, व्यापार और पूजा-पाठ करने के लिए इसी दिन का इंतजार करते हैं।

कौन-कौन से बन रहे हैं योग

पंडितों के अनुसार इस साल अक्षय तृतीया पर 6 योग बनने जा रहे हैं और इन योगों के नाम शंख योग, नीचभंग योग, पर्वत योग, अमला योग, रूचक योग और शश योग है। पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन सूर्योदय के समय शंख, नीचभंग, पर्वत योग, अमला, रूचक और शश योग का निर्माण हो रहा है और इन योगों के कारण इस साल अक्षय तृतीया बेहद ही शुभ होेने वाली है।

ग्रंथों में मिलता है जिक्र

अक्षय तृतीया का जिक्र महाभारत ग्रंथ में भी मिलता है और इस ग्रंथ के अनुसार इस दिन पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं। इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए।

इस तरह से करें पूजा

अक्षय तृतीया की सुबह आप मां की पूजा करें और पूजा करते हुए सबसे पहले लक्ष्मी जी की प्रतिमा पर कच्चे दूध चढ़ाएं और इससे मां को स्नान करवाएं। इसके बाद मां को केसर, कुमकुम का तिलक लगाएं और उनके चरण पर कमल का फूल रख दें। मां के सामने एक दीपक जाल दें और इस दौरान ऊं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मयै नम: मंत्र का जाप करें। इस मंत्र को कम से कम 21 बार पढ़ें। मंत्र का जाप पूरा होने के बाद मां की आरती गाएं। इसी तरह से शाम को भी मां का पूजन करें।

जरूर खरीदें नई वस्तु

अक्षय तृतीया के दिन नई वस्तु जरूर खरीदी जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन नया सामन खरीदने से घर में मां लक्ष्मी का प्रवेश हो जाता है। कई लोग अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदते हैं तो कई लोग चांदी। जबकि कुछ लोगों द्वारा इस दिन बर्तन भी खरीदे जाते हैं।

विवाह के लिए है उत्तम

अक्षय तृतीया के दिन विवाह करना उत्तम माना गया है। दरअसल ये सबसे फलदायक दिन माना जाता है और इस दिन आप किसी भी समय विवाह कर सकते हैं। यानी जिन लोगों के विवाह की तारीख नहीं जुड़ रही होती है, वो लोग इसी दिन विवाह करते हैं। इतना ही नहीं अगर कोई शुभ कार्य आरंभ करना चाहें तो उसके लिए भी ये दिन उत्तम माना गया है।

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