अध्यात्म

घर में बनीं रहेगी सकारात्मक ऊर्जा, बस गार्डन में पौधे लगाते समय करें वास्तु के इन नियमों का पालन

वास्तु शास्त्र में ऐसी चीजों का उल्लेख किया गया है जिनका पालन करने से घर में शांति बनीं रहती है और घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती हैं। वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों का पालन करने से जीवन सुखों से भर जाता है और परिवार का माहौल सदा खुशियों से भरा रहता है। वास्तु शास्त्र में घर के गार्डन या आंगन को बेहद ही महत्वपूर्ण बताया गया है। आंगन में लगे पौधों का घर के माहौल पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए गार्डन में पौधे लगाते समय गार्डन से जुड़े वास्तु शास्त्र के नियमों का जरूर पालन करें और केवल उन्हीं पौधों को अपने आंगन में जगह दें। जो कि सकारात्मक माने जाते हैं और जिनके आंगन में होने से घर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।

गार्डन से जुड़े वास्तु शास्त्र के नियम

ना लगाएं ज्यादा ऊंचे पौधे

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के आंगन या गार्डन में केवल वो ही पौधे लगाएं जिनकी लंबाई 2-3 फीट की हो। इससे अधिक ऊंचाई वाले पौधों को घर में लगाने से बचें। दरअसल ज्यादा लंबे पौधे या पेड़ आंगन में लगाने से घर में सूर्य की रोशनी पहुंचने में बाधा आती है। साथ में घर के आंगन में ऊंचे पेड़ होने की वजह से आंगन में अंधेरा भी रहता है। इसलिए आंगन में ज्यादा बड़े पौधे लगाना सही नहीं माना गया है। वहीं अगर आप फिर भी कोई बड़ा पौधा या पेड़ लगाना चाहते हैं तो उसे बगीचे के बीचों-बीच लगाने से बचें और बड़े पेड़ को आंगन के एकदम किनारे पर लगाएं।

ना लगाएं कांटे दार पेड़ पौधे

घर के आंगन में कांटे दार पेड़ पौधे ना लगाएं। कांटे दार पेड़ पौधे लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। इसलिए हमेशा उन्हीं फूलों, पेड़ों या पौधों को आंगन में लगाए जिनमें कांटे ना हो। साथ में ही जिन पेड़ या पौधों से सफेद दूध निकलता हो उन्हें भी गार्डन में लगाने से बचें। क्योंकि इस प्रकार के पौधों को शुभ नहीं माना गया है।

केवल लगाएं सुगंधित फूल

अपने आंगन या गार्डन में केवल सुगंधित फूल के पौधे ही लगाएं। सुगंधित फूलों को गार्डन में लगाने से घर में शांति का माहौल बना रहता है। घर के आंगन में गुलाब,  गेंदा, सूरजमुखी का फूल लगाना शुभ फल देता है। वहीं जहरीले और जंगली फूलों को गार्डन में लगाना वास्तु शास्त्र में निषेध माना गया है। इन प्रकार के फूलों का आसपास होना बेहद ही अशुभ होता है।

खेलने का स्थान

कई लोग गार्डन में खेलने की जगह भी बनाते हैं। ताकि शाम के समय बच्चे गार्डन में मौज मस्ती कर सकें। अगर आप भी गार्डन में बच्चों के लिए खेलने की जगह बनाना चाहते हैं तो उसे उत्तर-पूर्वी दिशा में ही बनाएं। ये दिशा सकारात्मक ऊर्जा से भरी होती है और इसे भगवान की दिशा भी माना गया है। इस दिशा में अगर बच्चे खेलते हैं तो उनका मानसिक विकास अच्छे से होता है।

इस तरह से सजाएं गार्डन को

गार्डन को स्टोन्स या स्टैच्यू लगाकर सजाया जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण या पश्चिमी दिशा गार्डन को सजाने के लिए उत्तम होती है और इसी जगह पर स्टोन्स या स्टैच्यू रखने चाहिए। गार्डन के बीचों-बीच स्टोन्स या स्टैच्यू रखने से कामयाब होने में बाधा उत्पन्न होती हैं। इसलिए इन चीजों को केवल गार्डन की दक्षिण या पश्चिमी दिशा में ही रखें।

इस दिशा में ही हो गार्डन

घर में गार्डन किस दिशा में होना चाहिए इसके बारे में भी वास्तु शास्त्र में बताया गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार गार्डन को घर की उत्तर या पूर्वी दिशा में होना चाहिए। ये दिशा गार्डन के लिए शुभ होती है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में गार्डन होने से पौधे अच्छे से बढ़ते हैं और लंबे समय तक जीवित रहते हैं। क्योंकि इस दिशा में उतनी ही धूप पहुंचती है जितनी पौधों के लिए जरूर होती है।

जरूर लगाए तुलसी का पौधा

अगर आपके घर का गार्डन घर के आगे है। तो आप गार्डन के बीचों-बीच तुलसी का पौधा जरूर लगाएं। तुलसी का पौध लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती है। वहीं जिन लोगों का गार्डन घर के पीछे होता है वो तुलसी का पौधा ना लगाएं। क्योंकि तुलसी का पौधा हमेशा मुख्य दरवाजे के पास ही लगाना चाहिए।

मनी प्लांट

मनी प्लांट को वास्तु शास्त्र में शुभ माना जाता है और कई लोग इस पौधे को अपने गार्डन में जरूर लगाते हैं। हालांकि वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार इस पौधे को गार्डन में नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि ये पौधा धन से जुड़ा होता है और इसे घर के अंदर या छत पर रखना ही शुभ होता है। कई लोग मनी प्लांट को गार्डन में लगा देते हैं और जमीन पर फैलने देते हैं जो कि वास्तु शास्त्र में सही नहीं माना गया है। इसलिए आप इस पौधे को गार्डन में रखने की जगह घर के अंदर ही रखें।

Back to top button