स्वास्थ्य

थाइरॉइड होने पर ना करें इसे नजरअंदाज, जानें इसके लक्षण और इससे बचने के घरेलू उपाय

थाइरॉइड के रोग का शिकार महिलाएं अधिक होती हैं। थाइरॉइड का रोग दो तरह का होता है जिन्हें हाइपर थाइरॉइड और हाइपो थायरॉइड के नाम से जाना जाता है। ये रोग होने पर कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं और इन लक्षण को बिलकुल भी नजरअंदाज ना करें। ये लक्षण दिखने पर तुंरत थाइरॉइड का टेस्ट करवाएं। वहीं थाइरॉइड होने पर क्या मुख्य लक्षण होते हैं वो इस प्रकार है।

हाइपर थाइरॉइड के लक्षण –

  • हाइपर थाइरॉइड होने पर वजन एकदम कम होने लग जाता है।
  • जो लोग हाइपर थाइरॉइड का शिकार होते हैं उन्हें गर्मी काफी अधिक लगती है और उनका गला सूखा रहता है।
  • रात को नींद ना आना भी हाइपर थाइरॉइड का एक मुख्य लक्षण है।
  • हाइपर थाइरॉइड होने पर दिल तेजी से धड़कने लगता है और चक्कर आने लग जाते हैं।
  • शरीर में अचानक से कमजोरी आना और थकान महसूस होना।

हाइपो थायरॉइड के लक्षण

  • हाइपो थाइरॉइड होने पर वजन एकदम से बढ़ने लग जाता और आप मोटापे का शिकार हो जाते हैं।
  • हाइपो थाइरॉइड होने पर हर समय सुस्ती रहती है।
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द रहना।
  • चलते समय थकान होना।
  • गले में और आस पास की जगह पर भारीपन महसूस होना।
  • बालों का रूखा और बेजान होना।
  • कब्ज रहना।
  • ठंड अधिक लगना।
  • त्वचा में रूखापन आना।
  • पीरियड्स का देर से आना।

हाइपर थाइरॉइड और हाइपो थायरॉइड में से हाइपर थाइरॉइड को ज्यादा घातक माना जाता है। क्योंकि ये होने पर वजन एकदम से कम हो जाता है और शरीर कमजोर हो जाता है। थायरॉइड का रोग होने पर इससे जुड़ी दवा दी जाती है और ये दवा रोज खानी पड़ती है। महिलाओं को थायरॉइड को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि थाइरॉइड होने पर गर्भधारण करने में दिक्कत होती है।

थाइरॉइड होने पर बरते ये सावधानी

  • हाइपो थायरॉइड होने पर तली हुई और बाहर की चीजों का सेवन ना करें। क्योंकि ये चीजे खाने से वजन और बढ़ जाता है।
  • अगर आपने गर्भ धारण किया है तो अपना थायरॉइड का टेस्ट जरूर करवाएं। क्योंकि गर्भधारण करने पर आमतौर पर थायरॉइड बढ़ जाता है और दवाई की मदद से इसे कंट्रोल में रखा जाता है।

करें इन चीजों का सेवन

अदरक का सेवन करें

अदरक में पोटेशियम और मैग्नीश्यिम पाया जाता है और इसे खाने से थायरॉइड का रोग नहीं लगता है। वहीं जिन को थायरॉइड  है अगर वो अदरक खाते हैं तो ये कंट्रोल में रहता है।

दही और दूध का सेवन

दही और दूध का सेवन करने से भी थायरॉइड से रक्षा होती है और ये ठीक हो जाता है। इसलिए ये रोग होने पर दूध और दही को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। दही और दूध के अंदर कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं जो कि शरीर के लिए उत्तम माने जाते हैं।

मुलेठी का सेवन करें

थायरॉइड के मरीजों के लिए मुलेठी बेहद ही कारगर साबित होती है और इसे खाने से थायरॉइड की मात्रा सही बनीं रहती है। वहीं थायरॉइड के कारण शरीर में आने वाली कमोजरी भी दूर हो जाती है।

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