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दुल्हन का जोड़ा पहन दुल्हे की राह देखती रही सगी बहनें, फिर भी नहीं आई बारात, वजह चौकाने वाली हैं

एक लड़की को अपनी शादी वाले दिन दिन का इंतज़ार काफी समय पहले से रहता हैं. उसके कई सारे अरमान होते हैं. इनमे से एक दुल्हन की ड्रेस पहन मंडप में सात फेरे लेना भी हैं. ऐसे ही कुछ सपने दो सगी बहनों ने भी देखे थे. ये दोनों दुल्हन का 16 श्रृंगार किए शादी के लिए रेडी हो गई. उधर मंडप भी सजधज के तैयार हो गया. स्वादिष्ट भोजन का लाभ लेने के लिए पड़ोसी और अन्य रिश्तेदार भी पधार गए. हालाँकि बारात ने आने का नाम ही नहीं लिया. दोनों दुल्हन की आँखें बारात की एक झलक को देखने के लिए तरस गई. धीरे धीरे आखिर लग्न सहित सभी मुहूर्त निकल गए. दुल्हन के रूप में सजी दोनों बहने सात फेरे नहीं ले पाई. ऊपर से घर वालो को सभी मेहमानों और समाज के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ गया. आलम ये था कि बड़ी बहन तो दुःख के मारे बेहोश तक हो गई. अब ऐसे में सवाल यही उठता हैं कि आखिर दोनों दुल्हे बरात लेकर क्यों नहीं आए? जवाब सुन आपको हैरानी भी होगी और गुस्सा भी आएगा.

दरअसल ये पूरा मामला अंबाला शहर के नजदीक बसे नग्गल एरिया के एक गांव का हैं. यहाँ दो सगी बहनों की शादी होना थी. बड़ी बहन कुरुक्षेत्र के एक गांव में ब्याहने वाली थी जबकी छोटी बहन का रिश्ता अंबाला के बराड़ा खंड के गांव में तय हुआ था. इन सगी बहनों की शादी जिन दो दुल्हों से होना थी वे दोनों भी आपस में रिश्तेदार ही थे. इस शादी को लेकर पुरे घर में ख़ुशी का माहोल था लेकिन अंतिम समय पर अपनी एक जिद के कारण दूल्हा पक्ष बारात लेकर नहीं आया.

इस कारण नहीं आई बारात

जानकारी के अनुसार बारात ना आने की असल वजह लेन-देन से जुड़ा मामला हैं. अभी सोमवार को ही दुल्हन पक्ष की फैमिली सगाई लेकर दोनों दुल्हों के घर गई थी. यहाँ लड़के वालो ने अंतिम समय पर गाड़ी की मांग रख दी. लड़की वालो ने कहा कि वो इस मांग को पूरी करने में असमर्थ हैं. बस इस बात को लेकर उनकी थोड़ी कहासुनी हो गई थी. लड़की वालो को लगा था कि इस थोड़ी सी कहासुनी के बात मामला सुलझ जाएगा. ऐसे में तय तारीख के अनुसार उन्होंने मंगलवार को मंडप सजा शादी की तैयारियां शुरू कर दी. पर लड़के वाले शायद मांग पूरी ना होने पर नाराज़ थे और इसी के चलते बारात लेकर ही नहीं आए. बता दे कि ये शादी समारोह का आयोजन अंबाला शहर के गांव मटेहड़ी शेखां के पास स्थित एक रेसोर्ट में रखा गया था.

उधर दुल्हन बनी बड़ी बहन को जब ये पता चला कि बारात नहीं आने वाली हैं तो वो वहीं बेहोश हो गई. बाद में उसके परिजन उसे हॉस्पिटल ले गए जहाँ उसकी स्थिति सामान्य बताई जा रही हैं. भारत में दहेज़ लेना गैरकानूनी हैं. हालाँकि इसके बावजूद कई लोग बड़ी बेशर्मी से इसकी मांग करते हैं. अक्सर ये मांग शादी के अंतिम समय पर होती हैं ताकि लड़की वालो पर दबाव डाल ज्यादा से ज्यादा दहेज़ निकलवाया जा सके.

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