अध्यात्म

बेहद ही पवित्र शब्द है ॐ, जानें ॐ चिन्ह का अर्थ और इससे जुड़ा महत्व

‘ओम’ हिंदू धर्म का सबसे पवित्र शब्द है और ये शब्द पूरे ब्रह्मांड को दर्शाता है। ॐ चिन्ह ‘ओम’ शब्द का प्रतिक होता है और हमारे वेदों में ‘ओम’ शब्द की जगह ॐ चिन्ह का प्रयोग अधिक किया गया है। ॐ चिन्ह हर मंदिर पर भी बनाया जाता है और ऐसा कहा जाता है कि ॐ चिन्ह के होने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं। हिन्दू धर्म में ॐ शब्द को पवित्र क्यों माना गया है? इसका अर्थ, महत्व और प्रभाव क्या है? इसका उल्लेख इस प्रकार है-

ॐ शब्द का अर्थ

ॐ शब्द का अर्थ क्या होता है इसके बारे में बेहद ही कम लोगों को जानकारी होती है। दरअसल ‘ओम’ शब्द तीन अक्षरों से बना है, जो कि अ उ म् है, इसमें “अ” का अर्थ उत्पन्न है, “उ” का मतलब उठना या विकास है, जबकि “म” का मतलब मौन है। श्रीमद भगवद् गीता में ॐ शब्द के अर्थ को वर्णित करते हुए लिखा गया है कि ‘ओमित्येकाक्षरं ब्रह्म ॐ इति एकाक्षरं ब्रह्म’। यानी ये अक्षर ही ब्रह्म है।

ॐ शब्द का महत्व

हिंदू धर्म में ॐ शब्द का महत्व काफी अधिक है और लगभग हर मंत्रों में इस शब्द का प्रयोग जरूर किया जाता है। ॐ शब्द का महत्व बताते हुए शास्त्रों में लिखा गया है कि ॐ शब्द ब्रह्म, विष्णु और महेश से जुड़ा हुआ है। इस शब्द का उच्चारण करने से हम सीधा परमात्मा से जुड़ जाते हैं। यही वजह है कि जब भी हम ध्यान लगाते हैं या पूजा करते हैं तो ॐ शब्द जरूर बोलते हैं। शस्त्रों में ॐ शब्द का महत्व बताते हुए आगे लिखा गया है कि ॐ शब्द ही हमारी सृष्टि का आधार है और ये शब्द हर मंत्रों का केंद्र है।

ॐ शब्द का प्रभाव

‘ओम’ शब्द काफी प्रभावशाली है और इसका उच्चारण करने से कई तरह के लाभ हमे मिलते हैं। ॐ शब्द का प्रभाव हमारे शरीर पर काफी अच्छा पड़ता है और जब हम ॐ शब्द कहते हैं, तब हमारे शरीर में ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है। ॐ शब्द से और क्या-क्या प्रभाव जुड़े हुए हैं एवं इससे हमारे शरीर को क्या लाभ मिलते हैं वो इस प्रकार है-

– ध्यान लगाते समय ॐ का उच्चारण करने से तनाव एकदम दूर हो जाता है और आप तनाव रहित हो जाते हैं।

– जो लोग नियमित रूप से ॐ बोला करते हैं, उन लोगों के शरीर में ख़ून का प्रवाह सही से होता है।

– ॐ शब्द का प्रभाव फेफड़ों पर काफी अच्छा पड़ता है और इसका उच्चारण करने से फेफड़े मजबूत बन जाते हैं।

– ॐ शब्द काफी प्रभावशाली है और इसे बोलने से शरीर में जो कंपन पैदा होता है। उससे रीढ़ की हड्डी पर अच्छा असर पड़ता है और रीढ़ की हड्डी मजबूत हो जाती है।

-ॐ को बोलते समय ‘ओ’ अक्षर पर ज्यादा जोर दिया जाता है और जिससे पेट पर जोर पड़ता है और ऐसा होने से पाचन शक्ति तेज होती है।

– जिन लोगों को नींद ना आने की परेशानी है अगर वो लोग रात को सोते समय इस शब्द का उच्चारण करें, तो उनको नींद अच्छे से आ जाती है।

– ॐ चिन्ह को घर के मुख्य दरवाजे पर बनाना बेहद ही शुभ माना गया है और घर के मुख्य दरवाजे पर ये चिन्ह होने से घर में सदा खुशियां बनी रहती है और हर प्रकार के दुख दूर रहते हैं।

यह भी पढ़ें: ॐ चिन्ह

यह भी पड़े: शनि प्रदोष का महत्व

Back to top button