अध्यात्म

अगर आपके घर में भी एक के बाद एक परेशानी आ रही हैं तो जान लें गणेश भगवान से इसका क्या है संबंध

न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: हिंदू धर्म में लगभग 33 करोड़ देवी-देवता हैं लोग जिनकी पूजा अर्चना करते हैं। भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर अलग-अलग संस्कृतियां और धर्म एक साथ रहते हैं। बात करें हिंदू धर्म की तो जैसा की हमने बताया कि हिंदुओं के कुल 33 करोड़ देवी-देवता हैं जिनकी पूजा होती हैं। लेकिन सबसे पहले पूजा गणेश भगवान की ही होती है। हिंदु व्यक्ति के यहां कोई भी शुभ कार्य पहले गणेश जी की अर्चना से ही शुरू होता है।

 

यहां तक की घर में कोई भी पूजा हो सबसे पहले गणेश जी को ही पूजा जाता है। यहां तक की शादी में भी सबसे पहला कार्ड भगवान गणेश जी को ही समर्पित किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से हर कार्य सफलपूर्वक हो जाता है। बता दें कि दीवाली के मौके पर गणेश-लक्ष्मी मां की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन हर घर में नए गणेश लक्ष्मी आते हैं और विधि-पूर्वक उनकी पूजा अर्चना होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि घर में गणेश जी की नई मूर्ति की स्थापना करने के बाद पुरनी गणेश-लक्ष्मी जी की मूर्ति को हटा देना चाहिए। क्योंकि घर के मंदिर में एक से ज्यादा गणेश जी की मूर्तियां होना अशुभ माना जाता है। तो आज हम आपको बताएंगे इन्ही अशुभ संकेतों के बारे में।

बता दें कि कई बार ऐसा होता है कि लोग तोहफे के तौर पर लोगों को गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर उपहार स्वरूप दे देते हैं। ताकि उनके जीवन में सुख और समृद्धि आए लेकिन एक ही अलमारी में एक से ज्यादा गणेश भगवान की मूर्तियां रखना अशुभ होता है और इसका घर पर उल्टा प्रभाव ही पड़ता है। घर में सुख शांति की बजाए परेशानियां आनी शुरू हो जाती हैं। घर में कोई ना कोई बीमार रहता है। हर रोज लड़ाई-झगड़े होने लगते हैं।

बता दें कि ये सभी संकेत घर में एक से ज्यादा गणेश भगवान की मूर्तियां रखने से होता है। बता दें कि अगर आपके घर में भी गणेश भगवान की एक से अधिक मूर्तियां हैं तो उन सभी को एक स्थान पर ना रखकर उनका स्थान बदल दें। इसी के साथ एक बात और ध्यान देने वाली है कि घर पर यदि आप गणेश भगवान की मूर्ति लगा भी रहे हैं तो ध्यान दें आपने जिस तस्वीर को चुना हो उसमें गणेश जी बैठे हों। गणेश जी की बैठी अवस्ठा में तस्वीर को अधिक शुभ माना जाता है।

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