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बेटे की मौत से सदमे में था परिवार, शोक जताने पहुंचे 100 लोगों ने खराब हो रही फसल को काट डाली

राजस्थान के जोधपुर के दयाकौर गांव से एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जोकि भाईचारे की मिसाल पेश कर रही है। जी हां, दयाकौर गांव के एक परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूटा तो पूरे गांव के लोग पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आएं। वायरल हुई तस्वीर में करीब लोग फसल काटते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, अब आप कहेंगे कि फसल काटने में कैसा भाईचारा? तो बता दें कि इस तस्वीर में दिख रहे लोग अपना फसल नहीं काट रहे हैं, बल्कि ये तो मदद के लिए आगे आए और फसल को बर्बाद होने से बचा लिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

दयाकौर गांव निवासी भूरालाल पालीवालके 18 वर्षीय बेटे गणपतराम अपने भाई से मिलने के लिए छत्तीसगढ़ गया था, जहां से उसके मौत की खबर सामने आई। मौत की खबर सामने आते ही पूरा परिवार सदमे में आ गया। मिली जानकारी के मुताबिक, गणपतराम को अचानक पेट में दर्द हुआ और फिर उसकी मौत हो गई। छत्तीसगढ़ में वह फर्नीचर अपने भाई से मिलने गया था, लेकिन वहां से उसकी मौत की खबर सामने आई, जिससे परिवार के आंखों के सामने अंधेरा छा गया।

पूरा घर संभालता था बेटा

मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि गणपतराम पूरे घर को अच्छे से संभालता था। खेती से लेकर बाड़ी तक हर काम गणपतराम ही करता था, ऐसे में अब जब वह चला गया है, तो परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट गया है और गणपतराम के लौट आने के लिए कह रहे हैं, लेकिन सच्चाई तो यही है कि अब उनका बेटा गणपतराम कभी वापस नहीं लौट सकता है। बता दें कि गणपतराम अपने घर का बहुत अच्छे से ध्यान रखता था और हर चीज़ में आगे रहता था। बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिजनों के पैरो तले जमीन खिसक गई और उन्होंने अपना सुध बुध खो दिया।

शोक जताने आए लोगों ने फसल बचाने का निर्णय किया

बेटे के गम में सुध बुध खो चुके परिजनों को अपने फसल का ध्यान नहीं था, लेकिन शोक जताने आए लोगों ने मन ही मन तय किया कि फसल को हम खराब नहीं होने देंगे। यह तस्वीर गवाह है कि किस तरह से भारत में आज भी भाईचारा है। बता दें कि मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों आंधी और तूफान देखने को मिल सकता है, जिससे फसल खराब हो सकती है। इसीलिए शोक मनाने आए लोगों ने पूरी फसल की कटाई कर दी, ताकि दु:ख की इस घड़ी में गणपतराम का परिवार खुद को अकेला न महसूस करें।

100 लोगों ने मिलकर काटी फसल

मृतक गणपतराम की फैमिली तो पूरी तरह से टूट गया है, लेकिन शौक मनाने आए लोगों ने उनका साथ देते हुए पूरी की पूरी फसल काट दी, जोकि अपने आप में ही भाईचारे की मिसाल है। बता दें कि शनिवार को करीब 100 ग्रामीण खेत में फसल काटने में जुटे और उन्होंने दोपहर तक 10 बीघा में खड़ी जीरा व गेहूं की फसल को इकट्ठा कर दिया। लोगों को फसल काटते हुए जब पीड़ित परिवार ने देखा तो उन सबकी आंखों में आंसू आ गएं।

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