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घरवालों ने नहीं पूरी की जिद तो बेटी ने कर लिया सुसाइड, फेसबुक पर लिखा- ‘जन्म मिले उस आंगन…’

मध्यप्रदेश के शहर मलूशिया बावड़ी में रहने वाली एक बीस साल की लड़की ने सुसाइड कर लिया है, जिसका नाम तृप्ति है। तृप्ति ने रविवार को जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी, लेकिन उसके बाद परिवार वालों पर दु:खों का पहाड़ टूट गया। तृप्ति के जाने के बाद उसके घरवाले को यह नहीं समझ आ रहा है कि उनकी बेटी ने सुसाइड क्यों किया? हालांकि, शुरूआती जांच से एक बहुत ही छोटी सी वजह सामने आ रही है, जिस पर कोई भी यकीन नहीं कर सकता है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है?

मध्यप्रदेश के शहर मलूशिया बावड़ी की रहने वाली तृप्ति ने रविवार को सुसाइड कर लिया, जिसके बाद मेघा डोड ने फेसबुक पर एक भावुक पंक्तियां लिखी, जिसे पढ़ने के बाद हर कोई भावुक हो रहा है। बता दें कि तृप्ति नगर पालिका में सभापति बंटो डोड की चचेरी बहन थी और कांग्रेस नेता राकेश डोड की भतीजी लगती थी। तृप्ति के जाने के बाद मेघा डोड ने अपने फेसबुक पर लिखा कि “चार दिन हंसा के ज़िंदगी भर के लिए रूला गई, क्यों किया बेटू ऐसा, आई मिस यू, अभी तो मिले और ठीक से बात भी नहीं हो पाई”।

गाड़ी नहीं मिलने पर किया सुसाइड

 

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी और शुरूआती जांच में सामने आया है कि तृप्ति ने घरवालों से एक नई गाड़ी मांगी थी, जोकि घरवालों ने नहीं दिलवाई और इसलिए शायद तृप्ति ने सुसाइड कर लिया। हालांकि, पुलिस द्वारा इस आशंका पर कोई भी विश्वास नहीं कर रहा है। बता दें कि तृप्ति को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे इंदौर शिफ्ट करने की बात की जा रही थी, लेकिन इंदौर पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई थी।

छह महीने पहले ही दिलाया था नई गाड़ी

इस पूरे मामले में परिजनों का कहना है कि तृप्ति को 6 महीने पहले ही एक नई गाड़ी दिलवाई थी, जिसे तृप्ति अब बदलना चाहती थी और इसके लिए घरवालों से उसने जिद भी की थी। साथ ही घरवालों ने कहा कि वह अपनी बेटी को बस समझा रहे थे और उन्हें ये नहीं पता था कि इतनी सी बात पर बेटी उनका साथ छोड़ जाएगी। मामले में यह भी खुलासा हुआ कि बेटी की जिद में आकर सभी लोग शोरूम भी गए थे, जहां शोरूम वाले ने भी यही समझाया था कि जो गाड़ी तुम्हारे पास है, वहीं बेहतर है।

धार्मिक विचारों से ओत-प्रोत थी तृप्ति

मॉडर्न जमाने की लड़की होने के साथ साथ तृप्ति धार्मिक विचारों से भी काफी ओत-प्रोत थी। हाल ही में तृप्ति ने अपने फेसबुक पर श्याम की फोटो पोस्ट थी, जिसके कैप्शन में लिखा था कि ना मांगू मैं महल, दुमहले ना बंगला ना कोठी, जन्म मिले उस आंगन में सदा जले श्याम की ज्योति, जय श्रीराम। साथ ही बता दें कि तृप्ति ने आखिरी बार होली के दिन फेसबुक पर अपनी फोटो अपडेट किया था। बताते चलें कि बचपन में ही तृप्ति के पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद मां ही घर परिवार को चलाती हैं। तृप्ति की मां फूल और माला की दुकान लगाती हैं, जिससे घर का गुजारा होता है। साथ ही तृप्ति बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और अपने मां बाप का नाम रौशन करना चाहती थी।

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