स्वास्थ्य

बुखार होना नुकसानदेह नहीं होता है फायदेमंद भी, जानिये बुखार से होने वाले फायदे

जरा सा मौसम क्या बदला बुखार, जुकाम, खांसी जैसी बीमारियां बच्चों के साथ बड़े और बुजुर्गों को हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर के पास जाना और कई दिनों तक स्कूल, दफ्तर से छुट्टी हो जाना आम बात है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, कि आखिर ये बुखार आ क्यों जाता है, इसके आने के मुख्य कारण क्या होता है। बुखार के समय ज्यादा ध्यान देने कि जरूर क्यों होती है। वे कौन से लक्षण है जिससे बीमारी का लक्षण  पता चल पाता है। आपको रात में बुखार क्यों आता है और दिन में बुखार के कोई लक्षण भी नहीं दिखाई देते हैं। कई बार लोग इस तरह के लक्षण को नजरअंदाज करते हैं, जो आगे चलकर उनके लिए बहुत घातक साबित हो सकता है।

दरअसल बुखार आना एक चेतावनी है कि आपके अंदर कोई बीमारी पनप रही है, साथ ही शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता घट रही हैं। जिससे सर्दी और बदन में दर्द  की शिकायत शुरु हो जाती है। ज्यादातर लोग रात में लगने वाले बुखार को हल्के में लेते है। शारीरिक संतुलन बिगड़ने के साथ रात में बुखार होने के कई कारण हैं। रात में होने वाले बुखार से पीड़ित रोगियों की संख्या भी कम नहीं है।

डॉक्टर्स की माने तो अगर शरीर में बुखार के कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहा हो, लेकिन रात में बुखार होता हो  तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। क्योंकि इसके पीछ कई कारण हो सकते हैं, साथ ही ऐसी स्थिति में बरती गई लापरवाही नुकसान पहुंचा सकती है। साथ ही बुखार आने पर बिना डॉक्टर की सलाह के दवा लेना तो और हानिकारक हो सकता है।

बुखार आने के कारण

एलर्जीः बुखार आने के यूं तो कई कारण हो सकते हैं, खानपान से लेकर हवा और पानी तक इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। आपको किसी दवा से भी एलर्जी हो गई हो। बुखार के साथ शरीर में आंखों में लालिमा और सूजन हो जाती है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर को दिखाना ही उचित है।

इन्फेक्शन : कई  बार बाहर खाने से गले में इंफेक्शन और दर्द होने लगता है, बच्चों के लिए ये ज्यादा खतरनाक है क्योंकि उनको तुरंत बुखार हो जाता है। बड़ों में ये कुछ दिनों में  ठीक हो जाता है, लेकिन बच्चों को बिना दवाई के ठीक करपाना बड़ा मुश्किल है।

ब्लड सर्कुलेशनः कई बार बुखार का कारण ब्लड सर्कुलेशन भी होता है। क्योंकि ब्लड सर्कुलेशन शरीर के तापमान को  सामान्य रखता है। वहीं खराब ब्लड सर्कुलेशन तापमान को कम कर देता है। जिससे बुखार होता है। साथ ही हाथ और पैर ठंडे होने लगते हैं।

बुखार आने के कुछ फायदे

इसके साथ ही बुखार से कुछ फायदे भी हैं, जैसे बुखार आने से आपके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता का पता चलता है। साथ ही बुखार के समय प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

इसके साथ ही बुखार में बढ़ने वाला तापमान भी लाभकारी होता है। बुखार के दौरान अगर आपके शरीर का तापमान बढ़ गया है तो इस दौरान शरीर में मौजूद कीटाणुओं में भी कमी आती है। साथ ही कीटाणु और विषाणु अपने आपको बढ़ा नहीं पाते हैं।

बुखार आने से संक्रमण की संभावना भी कम होती है। क्योंकि तापमान बढ़ने से संक्रमण फैलाने वाले विषाणुओं का नाश हो जाता है।

बुखार के समय हमारा शरीर इंटरफेरॉन नामक एंटीवायरल तत्व की बढ़ोत्तरी होती है। जिससे मास पेशियों के साथ खतरनाक बीमारियों से बचाने में मदद करता है।

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