राजनीति

मोदी और ट्रंप की दोस्ती से बौखलाया पाकिस्तान, परमाणु युद्ध की दी धमकी

आतंकवाद के सबसे बड़े पनाहगाह पाकिस्तान ने भारत को फिर से परमाणु युद्ध की गीदड़ भभकी दी है। ये गीदड़ भभकी पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल नासिर खान जंजुआ ने दी है। दरअसल पाकिस्तान भारत और अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों से बौखलाया हुआ है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि वो करे तो क्या करे, और इसी बदहवाशी में पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार जंजुआ ने परमाणु युद्ध की धमकी दे डाली है। जंजुआ ने कहा है कि अमेरिका कश्मीर विवाद पर भारत का साथ दे रहा है, और अगर ऐसे ही चला तो परमाणु युद्ध छिड़ सकता है। हांलाकि यह कोई पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों की धौंस दिखाई हो। इससे पहले पिछले साल पाकिस्तान के तत्कालीन रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी भारत पर परमाणु हमला करने की धमकी दी थी।

वहीं भारत के रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जंजुआ कोई नए नहीं है, जो परमाणु धमकी दे रहे हैं, या दिन में सपने देख रहे हों, उनसे पहले ऐसी गीदड़ भभकी और शेख चिल्ली जैसी बातें कई और कर चुके हैं। वहीं जंजुआ की इस धमकी पर अमेरिका ने पाकिस्तान को हद में रहने की हिदायत दी है। पाकिस्तान हमेशा से ही दिन रात भारत की बर्बादी के सपने देखता है, और इसीलिए पाकिस्तान दिन रात अपनी परमाणु ताकत बढ़ाने में लगा है।

दुनिया के पटल पर नॉर्थ कोरिया के बाद पाकिस्तान ही वो दूसरा मुल्क है। जिसे अपने परमाणु हथियारों की इतनी सनक है। कि वो हर वक्त परमाणु युद्ध की धमकी देता फिरता है। ऐसा इसलिए भी है, कि जबसे पाकिस्तान वजूद में आया है, उसका एक ही सपना रहा है, कि कैसे भी भारत को बर्बाद किया जाए, लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी। पाकिस्तान ने भारत की आर्थिक तरक्की से कभी कोई सीख नहीं ली, लेकिन जब भारत ने 11 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण में अपना दूसरा परमाणु परीक्षण किया। इससे पाकिस्तान ने खूब सीख ली। पाकिस्तान ने भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण के जवाब में ना सिर्फ इसी साल अपना पहला न्यूक्लियर टेस्ट किया। बल्कि इसके बाद से वो लगातार अपनी परमाणु शक्ति बढ़ाता रहा है।

अपने परमाणु हथियारों की सनक में अगर कभी पाकिस्तान ने भारत पर हमला करना चाहा तो पाकिस्तान के परमाणु धरे के धरे रह जाएंगे, और ये बात पाकिस्तान भी अच्छी तरह से जानता है, कि वो चाह कर भी भारत पर परमाणु हथियार से हमला नहीं कर सकता। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि पाकिस्तान के परमाणु बम 6 जगहों पर मौजूद हैं।

1- खुजदार डिपो बलूचिस्तान

2-मसरूर डिपो नेशनल कराची

3-नेशनल डिफेंस कॉम्प्लेक्स,फतेहजंग,पंजाब

4-सरगोधा डिपो ,पंजाब

5-शंका दारा मिसाइल कॉम्प्लेक्स,पंजाब

6-तबरेला अंडरग्राउंड डिपो

लेकिन पाकिस्तान के 6 में से 4 ठिकाने दुनिया कि सबसे तेज़ मिसाइल ब्रंहोस के निशाने पर हैं, और बलूचिस्तान और कराची वाले डिपो अग्नि के निशाने पर हैं, यानी के पाकिस्तान के परमाणु चलने से पहले ही स्वाहा हो जाएंगे। वहीं इसके अलावा पाकिस्तान परमाणु हमला करना भी चाहे तो भी उसके पास दो ही विकल्प होंगे, या तो वो F -16 से परमाणु छोड़े या फिर JF -17 से… लेकिन अफसोस पाकिस्तान के इन दो जहाजों में इतनी ताकत नहीं हैं कि वो भारत के लड़ाकू विमानों को पीछे छोडकर आ पाये। अंत में पाकिस्तान के पास केवल एक ही विकल्प बचता है कि शाहीन-3 मिसाइल से भारत पर हमला करे, लेकिन इसका भी तोड़ भारत के पास है। जबतक ये मिसाइल भारत पहुंचेगी उससे पहले भारत की आकाश मिसाइल उसे मार गिरा देगी। यानी के पाकिस्तान के पास भारत पर परमाणु हमला करने का कोई चांस नहीं है।

भारत-पाकिस्तान की सैन्य ताकत की अगर तुलना की जाए तो भारत उससे कहीं आगे है। भारतीय सैनिकों की संख्या 13 लाख है। वही पाकिस्तान की साढ़े छह लाख, जो की भारत का बिलकुल आधा है। इसीलिए भारत की सैन्य ताकत से बराबरी करने के लिए पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों का उत्पादन बढ़ा रहा है, लेकिन उसके परमाणु युद्ध की धमकी खोखली है। सिर्फ हवा हवाई। क्योंकि पाकिस्तान जानता है कि वो सैन्य ताकत में भी भारत से कहीं पीछे है। इसीलिए वो परमाणु हमले की धमकी देकर फर्जी भोकाल बनाता फिरता है। जबकि सच क्या है ये पाकिस्तान का बच्चा-बच्चा जानता है।

Back to top button