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भिखारी की हालत पर तरस आया,घर लाकर नहलाया-धुलाया तो निकला करोड़पति.. सम्पति जान होश उड़ गए

इंसान सचमुच ऊपर वाले के हाथ की कठपुतली हैं वो जब चाहें पल भर में आपकी किस्मत बदल सकता है.. राजा को रंक बना सकता है और रंक को राजा.. किस्मत का कुछ ऐसा ही निराला खेल देखने को मिला रायबरेली में जहां गली-गली भीख मांग रहे एक बेहाल भिखारी पर तरस खाकर जब उसे नहलाया-धुलाया गया तो पता चला कि वो कोई भिखारी नही है बल्कि एक अच्छे खासे घर का मुखिया है जिसकी सम्पति करोड़ो में है। ये जानने के बाद उसके घर वालों से सम्पर्क साधा गया तो सूचना पर पहुंचे उसके परिजन उसे अपने साथ हवाई जहाज से वापस घर ले गए।

मामला यूपी के रायबरेली का है जहां लालगंज में कई महीनों से भिखारी के रूप में भटक रहे एक शख्स के करोड़पति होने का खुलासा हुआ है। पता चला है कि ये बुजुर्ग व्यक्ति तमिलनाडु का रहने वाला है और सफर के दौरान जहरखुरानी का शिकार होने के बाद अपना मानसिक रूप से संतुलन खो बैठा था।ऐसे में ये भटकता हुआ रायबरेली के लालगंज पहुंच गया था जहां ये गली गली भीख मांग रहा था। ऐसे में जब इस बुजुर्ग को नहला धुलाया गया और उसका बैग चेक किया गया तो उसकी असलियत का पता चला।

दरअसल ये व्यक्ति रायबरेली के लालगंज के स्वामी सूर्य प्रबोध परमहंस इंटर कॉलेज के संस्थापक स्वामी भास्कर स्वरूप जी को मिला था । स्वामी भास्कर के अनुसार 13 दिसंबर को एक बुजुर्ग व्यक्ति भिखारी के वेश में भटकता हुआ उनके विद्यालय पहुंचा था  जो कि भूखा होने का इशारा कर रहा था ..उसकी हालत को देख स्वामी जी को तरस आया तो वो उसे खाने का सामान दिए । फिर उसके बाद जब वो कुछ सामान्य हुआ तो उसके बाल कटवाए गए और उसे नहलाया-धुलाया गया। इसी दौरान उसके कपड़ो से कुछ कागजात मिले जिसकी पड़ताल की गई तो लोगों के होश उड़ गए.. पता चला कि सामने वाला बुजुर्ग कोई भिखारी नही बल्कि करोड़ो की सम्पति का मालिक है।

बुजुर्ग के पास से मिले कागजात में उसके नाम की एक करोड़ 6 लाख 92 हजार के फिक्स डिपॉजिट की रसीद मिली।साथ ही एक 5 इंच लंबी तिजोरी की चाभी भी मिली। इसके अलावा उसके पास मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान मुथया नादर पुत्र सोलोमन पता 240 बी नार्थ थेरु, थिदेयूर पुकुली, तिरुनेवेली तमिलनाडु , 627152 के रूप में हुई।  उसके पास मिले कागजात में उसके घर का फोन नंबर भी मिला जिसके जरिए उसके परिजनों को सूचित किया गया। सूचना पाकर तुंरत ही उसके परिजन रायबरेली पहुंचें और बताया कि जुलाई में ट्रेन यात्रा के दौरान वो बुजुर्ग भटक गए थे.. तभी से उनकी खोज की जा रही थी । ऐसे में सम्भावना जताई जा रही है कि वो जहरखुरानी का शिकार हो गए थे। इस बुजुर्ग की मदद करने के लिए उसके पूरे परिवार ने स्वामी जी का आभार जताया और बुजुर्ग को अपने साथ हवाई जहाज से तमिलनाडु ले गए।

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