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बचपन में ही पिता को खोया, पर नहीं खोया हौसला, मुस्कान ने 3 सरकारी नौकरियां की उत्तीर्ण

सफलता एक ऐसी चीज है, जिसको पाना तो हर कोई चाहता है परंतु हर किसी को अपनी मंजिल मिल जाए ऐसा संभव नहीं हो सकता। कामयाबी पाने के लिए जीवन में कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ काफी संघर्ष करना पड़ता है। लोग अपने जीवन को बेहतर बनाने और सफलता पाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं परंतु कुछ लोगों को सफलता मिलती है।

वहीं ज्यादातर लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। कहते हैं कि जिसके हौसले बुलंद हो, उसके लिए कुछ भी कर पाना कठिन नहीं है। इसी बीच आज हम आपको एक ऐसी होनहार बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने जीवन में बहुत कठिनाइयों का सामना किया है परंतु इसके बावजूद भी उसने अपनी मेहनत और लगन से एक-दो नहीं बल्कि 3 सरकारी नौकरियों की परीक्षाएं उत्तीर्ण की हैं।

मुस्कान ने पास की 3 सरकारी नौकरियां

आपको बता दें कि बीते दिनों उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित किए गए पटवारी/लेखपाल भर्ती परीक्षा के परिणामों में राज्य के कई युवाओं ने सफलता हासिल की। उन्हीं में से एक टिहरी गढ़वाल जिले के देवप्रयाग तहसील क्षेत्र के डोब गांव निवासी मुस्कान ममगांई हैं, जिन्होंने फॉरेस्ट गार्ड, उत्तराखंड पुलिस एवं पटवारी भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण करके क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनकी इन उपलब्धियों से जहां परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। परंतु मुस्कान के लिए यह राह इतनी आसान नहीं थी इसके लिए उन्होंने अपने जीवन में बहुत कठिन परिस्थितियों का सामना किया है।

छोटी उम्र में पिता को खोया

जब मुस्कान की उम्र ढाई साल की थी तब उनके पिता बृजमोहन ममगांई का एक्सीडेंट हो गया था, जिसके बाद उन्होंने लगभग 14-15 साल बिस्तर पकड़ लिया था। इसी दौरान साल 2016 में उनका निधन हो गया। पिता के निधन होने बाद मुस्कान की मां पुष्पा देवी ने ही अपने बच्चों का लालन-पालन बहुत संघर्ष के साथ किया। लेकिन अपनी मां के इस संघर्ष को मुस्कान ने बेकार नहीं जाने दिया और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से इन सभी परीक्षाओं को सेल्फ स्टडी से ही उत्तीर्ण किया।

आपको बता दें कि मुस्कान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ललूडीखाल इंटर कॉलेज टिहरी गढ़वाल से प्राप्त की। इसके बाद हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर से स्नातक और परास्नातक की डिग्री हासिल की। सबसे खास बात तो यह है कि मुस्कान उत्तराखंड पुलिस ज्वाइन कर चुकी हैं और हरिद्वार में उनकी ट्रेनिंग चल रही है। इसी बीच उनका चयन पटवारी पद के लिए हो गया है।

मुस्कान ऐसे युवाओं के लिए प्रेरणा हैं,, जो तमाम सुविधाओं के बीच भी मेहनत करने से कतराते हैं। मुस्कान ने यह मुकाम अपनी कड़ी मेहनत और लगन से हासिल की है। मुस्कान ने यह साबित कर दिखाया है कि अगर कुछ कर दिखाने का जज्बा हो, तो बड़ी से बड़ी मुश्किल भी घुटने टेक देती है। इंसान अपनी मेहनत के दम पर ही सफलता हासिल कर सकता है। उनकी इन अभूतपूर्व उपलब्धियों से जहां परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। हम भी मुस्कान के हौसले को सलाम करते हैं।

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