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अगर उड़ते प्लेन में किसी यात्री की हो जाती है मौत? फ्लाइट अटेंडेंट ने शेयर की राज की बातें

अमीर हो या गरीब हर कोई यही चाहता है कि वह एक बार फ्लाइट में तो जरूर सफर करें। वैसे देखा जाए तो प्लेन में बैठना हर किसी को पसंद होता है परंतु कई लोगों के मन में फ्लाइट में बैठने का डर लगा रहता है। इसी डर की वजह से कई लोग ऐसे हैं जो कई बार फ्लाइट में बैठ नहीं पाते हैं।

covid-19 teacher on plane

अक्सर हम सभी लोग हवाई जहाज से जुड़ी हुई कई दुर्घटनाएं सुनते रहते हैं। कभी प्लेन क्रैश की खबर सामने आती है, तो कभी मौसम की वजह से कुछ खराबी आने की खबरें अक्सर सुनते रहते हैं लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि अगर फ्लाइट में किसी पैसेंजर की मौत हो गई तो क्या होगा?

दरअसल, सोशल मीडिया पर @danidboyy1 नाम के एक यूजर ने विमान पर मौत के बाद के प्रोसेस को लेकर कई डिटेल शेयर की है, जो काफी चौंकाने वाली है। अगर आप जानेंगे तो आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। यूज़र ने खुद को एक फ्लाइट अटेंडेंट बताया है। यदि फ्लाइट के दौरान अचानक ही किसी वजह से यात्री की मौत हो जाती है, तो केबिन क्रु मेंबर को कुछ नियमों का पालन करना होता है।

फ्लाइट अटेंडेंट ने कई डिटेल की शेयर

फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि “केबिन क्रु कानूनी रूप से किसी को मृत घोषित नहीं कर सकता है, इसलिए अगर कैप्टन फ्लाइट को डायवर्ट नहीं करने का फैसला करता है, तो डेड बॉडी विमान में तब तक रहेगा जब तक वह अपने फाइनल डेस्टिनेशन तक नहीं पहुंचे जाते।” उसने आगे यह कहा है कि “अगर जगह हुई तो पैसेंजर के बॉडी को खाली सीटों या दूसरे केबिन में शिफ्ट किया जा सकता है लेकिन अगर फ्लाइट पूरी तरह से भरी हुई है और जगह नहीं है तो यात्री की बॉडी को उसके सीट पर ही रहने दिया जाएगा, जब तक फ्लाइट अपने डेस्टिनेशन पर उतर नहीं जाती।”

वहीं एक अन्य फ्लाइट अटेंडेंट ने यह बताया कि अगर फ्लाइट के दौरान किसी यात्री की मृत्यु हो जाती है तो अतिरिक्त प्रबंधन किए जा सकते हैं। बिजनेस इनसाइडर से एक फ्लाइट अटेंडेड का कहना है कि “मैं शायद उस व्यक्ति के ऊपर एक कंबल डाल दूंगा ताकि लोगों को ज्यादा न दिख सके। ऐसे करने से आप किसी ऐसे व्यक्ति के लिए गरिमा और सम्मान बनाए रख सकते हैं, जो गुजर गया हो।”

वहीं LADBible के अनुसार, एक यात्री ने उस किस्से के बारे में बताया जब एक शख्स की मृत्यु के बाद एक एयरलाइन अटेंडेड ने पूरे मामले को संभाला। उन्होंने कहा कि “सिंगापुर की 11 घंटे की फ्लाइट के दौरान मेरे पीछे वाली सीट पर बैठी एक महिला की मृत्यु हो गई थी। फिर अटेंडेंट ने उसे महिला के परिजनों को दूसरी सीट पर शिफ्ट किया और उनके शरीर को सीट पर रख दिया।”

अब आप ही सोचिए जब मृत व्यक्ति के शरीर को उसकी सीट पर रख दिया जाता है तो जाहिर सी बात है कि अन्य यात्री भी उसी के साथ सफर करेंगे, जब तक फ्लाइट लैंड नहीं हो जाती। ऐसे में पैसेंजर को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। कभी-कभी फ्लाइट में सफर करते हुए आपके साथ भी ऐसा हो सकता है कि आपके साथ में बैठे व्यक्ति की मृत्यु हो गई हो। एक मृत शरीर के साथ घंटों सफर करना, आप ही बताइए कैसा लग सकता है? शायद आप भी डर-डर कर यात्रा को पूरा करेंगे।

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