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20 रुपए लीटर पेट्रोल, 100 रुपए गैस सिलेंडर, रोज दारू.. चुनाव में उम्मीदवार ने किए अजीब वादे

चुनाव का माहौल अलग ही लेवल का होता है। फिर यह शहर में हो या गांव में। आजकल हर छोटे बड़े चुनाव में ढेर सारे उम्मीदवार खड़े हो जाते हैं। ऐसे में जनता भी दुविधा में पड़ जाती है कि किसे वोट दें और किसे नहीं। कंपटीशन अधिक होने की वजह से ये उम्मीदवार जनता को आकर्षित करने के लिए बड़े-बड़े वादे करते हैं। इनमें से कई वादे झूठे होते हैं। लेकिन कुछ तो इतनी बड़ी-बड़ी फेंकते हैं जिन्हें झेलना भी मुश्किल हो जाता है।

चुनाव से पहले उम्मीदवार ने किए अजीबोगरीब वादे

अब सोशल मीडिया पर अपने चुनावी वादों के लिए वायरल हो रहे इन उम्मीदवार को ही देख लीजिए। उन्होंने गांव के सरपंच चुनाव को जीतने के लिए जनता से बड़े ही अजीब वादे कर डाले। इसमें गांव में हवाईअड्डा बनवाने से लेकर पेट्रोल का दाम 20 रुपए करने तक जैसे कई वादे शामिल हैं। अपने इन वादों का उम्मीदवार ने बाकायदा एक पोस्टर भी बनवाया है। इस पोस्टर को आईपीएस अधिकारी अरुण बोथरा ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। साथ में मजेदार कैप्शन देते हुए लिखा ‘मैं इस गांव में शिफ्ट हो रहा हूं।’

सरपंच चुनाव में उम्मीदवार ने 13 अजीबोगरीब वादे किए हैं। उम्मीदवार का नाम भाई जयकरण लठवाल, गांव सिरसाढ़ बताया जा रहा है। इनके लगभग सभी वादे शेख चिल्ली के सपने जैसे लग रहे हैं। इन वादों की पूरी लिस्ट देखकर आपकी भी हंसी छूट जाएगी। इन जनाब का वादा है कि यदि वे गांव का सरपंच चुनाव जीत जाते हैं तो गांव में तीन हवाईअड्डों का निर्माण करवाएंगे। इतना ही नहीं महिलाओं को मुफ़्त में मेकअप किट देंगे और पेट्रोल के दाम भी 20 रुपये लीटर कर देंगे।

वादों की लिस्ट देख लोगों ने पकड़ लिया माथा

इन वादों में हर परिवार को एक मुफ़्त में बाइक देना, नशेरियों को रोज एक दारू की बोतल देना, सिरसाढ़ से गोहाना के लिए हर 5 मिनट में हेलीकॉप्टर सुविधा उपलब्ध करवाना, जीएसटी खत्म करना, 100 रुपये प्रति गैस सिलेंडर देना, सिरसाढ़ से दिल्ली मेट्रो लाइन बनवाना, फ्री वाई-फाई देना और सिरसाढ़ के युवाओं के लिए सरकारी नौकरी जैसी चीजें शामिल हैं।


इन अजीबोगरीब वादों वाले पोस्टर को देख लोगों की हंसी नहीं रुक रही है। वे कमेंट कर बड़े मजे ले रहे हैं। एक शख्स ने लिखा ‘लगता है मुझे भी अब इस गांव में शिफ्ट होना पड़ेगा।’ दूसरे ने कहा ‘गांव में बड़ा कंपटीशन होगा, इसलिए इतने बड़े वादे किए।’ एक और कहता है ‘यार फेंकने की भी हद होती है। ये तो गजब ही हो गया।’

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