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टीचर की डांट के बाद फंदे पर झूला छात्र, सुसाइड नोट में लिखा- गलती के बाद दूसरा मौका नहीं मिला..

स्कूल में टीचर की डांट सभी को पड़ती है। लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रायबरेली (Raebareli) में एक 7वीं क्लास के छात्र ने टीचर की डांट पड़ने के बाद आत्महत्या कर ली। वह डांट खाने के कुछ ही घंटों बाद फांसी के फंदे पर झूल गया। मरने से पहले उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा जिसमें टीचर पर कई गंभीर आरोप लगाए।

टीचर की डांट के बाद फंदे पर झूला छात्र

दरअसल 12 वर्षीय यश मौर्या (पिता राजीव मौर्य) सेंट पीटर्स स्कूल में 7वीं क्लास में पढ़ता था। वह मूल रूप से रायबरेली के सेहंगों गांव का रहने वाला था। लेकिन रायबरेली में अपने चाचा और चाची के यहां रहकर पढ़ता था। गुरुवार 22 सितंबर उसका बायोलॉजी का पेपर था। इसमें वह नकल करते हुए पकड़ा गया था। इस पर टीचर ने उसे बहुत डांट लगाई थी। प्रिंसिपल के सामने भी पेश किया था।

इस घटना के बाद यश बड़ा दुखी था। वह जब घर लौटा तो घर की छत पर बने कमरे में लगे पंखे पर फांसी लगाकर लटक गया। जब उसके चाचा और चाची ने उसे फंदे पर झूलता देखा तो दंग रह गए। उन्होंने तुरंत पुलिस और यश के माता पिता को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर आई तो उन्हें यश का लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें यश ने अपने मरने के लिए टीचर्स को जिम्मेदार ठहराया।

सुसाइड नोट में बताई आत्महत्या की वजह

सुसाइड नोट में लिखा था – मैंने बायोलॉजी के पेपर में चीटिंग की। मैं मरने जा रहा हूं। इसके लिए अंकल-आंटी, मम्मी-पापा को दोष मत देना। गलती करने के बाद किसी को एक दूसरा मौका जरूर मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैं अपनी गलती पर खूब रोया। मैं शर्मिंदा था। मेरे साथियों ने भी मुझे शेम-शेम बोला। अब मेरा दिमाग कुछ काम नहीं कर रहा है। मुझे बुरे ख्याल आ रहे हैं। मैं माता-पिता, साथियों और टीचर्स से माफी मांगता हूं।

पुलिस ने यश के पास मिले इस सुसाइड नोट को अपने कब्जे में ले लिया है। साथ ही उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस घटना के बाद यश की क्लास टीचर और स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। उधर यश के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बेटे के जाने के गम में पूरा परिवार बेहद दुखी है।

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