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सुंदरता की देवी थी ये राजकुमारी, सत्ता के लिए राजाओं से बनाती थी संबंध और फिर शुरू होता था खेल

इतिहास में के पन्नों में वैसे तो कई रानियों और राजकुमारियों के बारे में पढ़ने को मिल जाता है। कोई बेहद सुंदर थी तो कोई बड़ी बहादुर। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी राजकुमारी के बारे में बताने जा रहे हैं जो न सिर्फ हुस्न की मल्लिका थी, बल्कि बेहद चतुर, षड्यंत्रकारी और क्रूर भी थी। वह अपनी सत्ता बचाने और ताकतवर बनने के लिए राजा महाराजाओं को अपने हुस्न के जाल में फांसने से भी परहेज नहीं करती थी। जब यहां जिस राजकुमारी की बात रहे हैं वह है क्लियोपेट्रा (cleopatra)।

सुंदरता की देवी थी क्लियोपेट्रा

मिस्र की राजकुमारी क्लियोपेट्रा (cleopatra the queen of Egypt) को सुंदरता की देवी भी कहा जाता है। कहते हैं वह 700 गधियों के दूध से नहाती थी। उनका जीवन काफी रहस्यमयी रहा है। वह जब 14 वर्ष की थी तब उनके पिताजी दुनिया छोड़ गए थे। ऐसे में मिस्र की सत्ता उनके कंधों पर आ गई थी। हालांकि क्लियोपेट्रा के भाई टोलेमी को बहन का सत्ता पर राज करना पसंद नहीं आया। उसने क्लियोपेट्रा को मिस्र से निकाल दिया। फिर क्लियोपेट्रा ने सीरिया में शरण ली।

क्लियोपेट्रा हार मानने वालों में से नहीं थी। उन्होंने रोम के शासक जूलियस सीजर को अपने हुस्न के जाल में फंसाया और उससे मिस्र पर हमला करवा दिया। फिर सीजर ने क्लियोपेट्रा के भाई को मार दिया और राजकुमारी को फिर से राजसिंहासन पर बैठा दिया। क्लियोपेट्रा को 12 भाषाओं का ज्ञान था। वह किसी से भी आसानी से घुलमिल जाती थी। राजाओं और सैन्य अधिकारियों को वह अपनी खूबसूरती के जाल में फांसकर उनसे अपना काम निकलवाती थी। उनके सभी राज भी जान लेती थी।

मार्क एंथोनी से चला प्रेम प्रसंग

क्लियोपेट्रा के जीवन में जिस दूसरे मर्द की एंट्री हुई उसका नाम मार्क एंथोनी (mark antony) था। वह रोमन शासक जूलियस सीजर का जनरल था। उसे भी क्लियोपेट्रा से इश्क हो गया था। दोनों ने साथ में संबंध बनाए और इनके 3 बच्चे भी हुए। दोनों पहले से शादीशुदा थे लेकिन फिर भी इन्होंने शादी रचा ली थी। वैसे तो दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे लेकिन इसके पीछे इनका निजी मतलब भी था। एंथोनी को क्लियोपेट्रा से मिस्र की धन दौलत और अन्य संसाधन चाहिए थे। वहीं क्लियोपेट्रा को अपना मिस्र का ताज बचाने के लिए एंथोनी की ताकत चाहिए थी।

क्लियोपेट्रा ने एंथोनी के साथ मिलकर मिस्र में अपने संयुक्त रूप से सिक्के भी ढलवाए थे। फिर 44 ईसा पूर्व में जूलियस सीजर की हत्या हो गई। ऐसे में उनका वारिस गाएस ऑक्टेवियन सीजर राज पाठ संभालने लगा। लेकिन एंथोनी और क्लियोपेट्रा ने मिलकर उसका विरोध किया। दोनों ने अपनी एक अलग सेना बनाकर उससे युद्ध भी किया, लेकिन दोनों हार गए।

प्रेमी को धोखे से मारा

ऑक्टेवियन सीजर से हारने के बाद क्लियोपेट्रा भागकर सिकंदरिया चली गई। एंथोनी भी उसके पीछे-पीछे आ गया। फिर ऑक्टेवियन ने क्लियोपेट्रा को एंथोनी को ठिकाने लगाने के लिए मना लिया। ऐसे में क्लियोपेट्रा ने अपने प्रेमी एंथोनी को मारने का प्लान बनाया। उसने एंथोनी को साथ में आत्महत्या करने के लिए राजी किया। वह उसे एक समाधि भवन ले गई। यहां एंथोनी ने तो आत्महत्या कर ली लेकिन क्लियोपेट्रा ने अपनी जान नहीं दी।

क्लियोपेट्रा की मौत भी है रहस्य

बाद में क्लियोपेट्रा ने ऑक्टेवियन को भी अपने हुस्न के जाल में फांसकर अपनी मिस्र की सत्ता फिर से पाने की कोशिश की। लेकिन ऑक्टेवियन चालाक निकला। वह क्लियोपेट्रा की चाल समझ गया। ऐसे में उसने एक डंकवाले जंतु से क्लियोपेट्रा की हत्या करवा दी। उस दौरान क्लियोपेट्रा 39 साल की थी। क्लियोपेट्रा के मरने के बाद मिस्र भी रोमन साम्राज्य में शामिल हो गया।

वैसे क्लियोपेट्रा की मौत एक रहस्य भी है। कुछ लोगों का मानना है कि क्लियोपेट्रा ने कभी एंथोनी को धोखा दिया ही नहीं। उसने एंथोनी के सामने ही सर्प से डंक लगवाकर आत्महत्या की थी। यह देख एंथोनी ने भी खुदखुशी कर ली। वहीं जर्मनी के एक शोधकर्ता यह दावा करते हैं कि क्लियोपेट्रा की मौत अधिक मात्रा में मादक पदार्थों के सेवन से हुई थी।

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