मां काली का विवाद अभी थमा नहीं कि शिवजी को भी दिखा दिया सिगरेट सुलगाते, जाने पूरे मामला
इन दिनों माँ काली को सिगरेट पीते हुए दिखाने वाला एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने अपनी आगामी डॉक्यूमेंट्री फिल्म के पोस्टर में माँ काली को सिगरेट पीते दिखाया था। इसे लेकर हिन्दू समुदाय भड़क गया था। ट्वीटर पर उनकी गिरफ़्तारी की मांग उठने लगी थी। अब ये पूरा मामला ठीक से थमा भी नहीं था कि एक और विवादित पोस्टर सामने आ गया।
शिवजी को सिगरेट जलाते दिखाया तो भड़के लोग
दरअसल सोशल मीडिया पर इन दिनों भगवान शिव को सिगरेट जलाते दिखाते हुए एक बैनर बड़ा वायरल हो रहा है। यह बैनर तमिलनाडु के कन्याकुमारी का है। यहां कुछ दोस्तों ने प्रतीश नाम के दूल्हे को उसकी शादी की बधाई देने के लिए ये बैनर लगाया था। इस बैनर में दूल्हे और दुल्हन की फोटो, दोस्तों की फोटो और शिवजी की सिगरेट जलाते हुए तस्वीर थी।
इस बैनर में दोस्तों ने एक सलाह भी लिखी थी। उन्होंने लिखा कि लड़कों को अपने बाल छोटे रखना चाहिए, ताकि उनकी बीवी उन्हें खींच न सके। अब इन दोस्तों ने भले ये बैनर न्यूली मैरिड कपल को बधाई देने के उद्देश्य से लगाया हो, लेकिन इसमें उन्हें शिवजी को सिगरेट जलाते हुए दिखाना महंगा पड़ गया। इससे की हिन्दू संगठन भड़क गए।
मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने बैनर लगाने वाले दोस्तों को थाने बुलाया। यहां उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। इसके साथ ही उस बैनर को हटवा दिया गया। हालांकि कुछ लोग अभी भी इस बात से नाराज हैं कि बैनर लगाने वालों को सख्त सजा नहीं दी गई।
माँ काली के पोस्टर वाला विवाद अभी भी जारी
उधर डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर पर विवाद अभी भी चल रहा है। बता दें कि लीना मणिमेकलई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर माँ काली वाला ये विवादित पोस्टर 2 जुलाई को साझा किया था। इसमें उन्होंने एक लड़की को माँ काली की ड्रेस में सिगरेट पीते दिखाया था। इस पोस्टर में माँ काली के पीछे LGBT कम्युनिटी का झण्डा भी दिखाई दे रहा था।
इस पोस्टर के वायरल होने के बाद कई लोगों ने कहा कि इससे हिन्दू धर्म के लोगों की भावनाएं आहात होती है। इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म और इसके पोस्टर को बैन करना चाहिए। हिंदू संगठनों की कार्रवाई की मांग के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने लीना मणिमेकलई के उस पोस्ट पर रोक लगा दी है जो उन्होंने अपने अकाउंट से साझा किया था।
बार-बार ऐसी घटनाओं के सामने आने के बाद लोग इस बात से भी नाराज दिखाई दिए कि हर बार फिल्म में क्रीऐटिवटी और आजादी के नाम पर हिन्दू धर्म का मजाक उड़ाया जाता है।