राजनीति

पीएम मोदी ने देशवासियों को दिलाए 6 संकल्प, कहा – ‘करो या मरो’

नई दिल्ली – बुधवार को लोकसभा में भारत छोड़ो आंदोलन के 75वें वर्षगांठ के मौके पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को 6 संकल्प दिलाए हैं। इन 6 संकल्पों को पीएम ने संकल्प से सिद्धि का नाम दिया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत को आज दुनिया के लिए उसी प्रकार प्रेरणा स्रोत बनने कि जरुरत है जैसा कि साल 1942 के आंदोलन के बाद प्रेरित किया था। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, भ्रष्टाचार को देश की सबसे बड़ी चुनौती बताया। Pm modi speech on quit india movement.

ये हैं प्रधानमंत्री मोदी के 6 संकल्प  

आज हमें साल 2022 तक भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का संकल्प लेना है। हमें इस संकल्प को लेकर आगे बढ़ाना है कि हम मिलकर देश का ‘भ्रष्टाचार दूर करेंगे और कर के रहेंगे’।

पीएम मोदी ने अपने दुसरे में कहा कि हम सब मिलकर नौजवानों को स्वरोजगार का ‘अवसर देंगे और दे कर रहेंगे’।

तीसरे संकल्प में उन्होंने कुपोषण की समस्या पर कहा हम कि हम मिलकर देश से कुपोषण की ‘समस्या खत्म करेंगे और कर के रहेंगे’।

अगले संपल्प में गरीबी कि बात करते हुए कहा कि हम मिलकर गरीबों को उनका ‘अधिकार दिलाएंगे, दिला कर रहेंगे’।

अगले संकल्प में उन्होंने महिलाओं के अधिकारों कि बात करते हुए कहा कि, हम मिलकर महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकने वाली बेड़ियों को ‘खत्म करेंगे और कर के रहेंगे’।

पीएम ने साल 2022 तक के लिए देशवासियों को संकल्प दिलाया कि हम मिलकर ‘अशिक्षा खत्म करेंगे और कर के रहेंगे’।

 

दुनिया के सभी देशों के लिए प्रेरणास्रोत बना भारत

भारत छोड़ो आंदोलन के 75वें वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज हम 2017 में हैं और हमारे पास गांधी नहीं हैं। आज देश के पास उनके जैसा नेतृत्व नहीं है। लेकिन सवा सौ करोड़ देशवासियों साथ मिलकर महात्मा गांधी के सपने को पूरा कर सकते हैं।’ मोदी ने आगे कहा, ‘भारत की आजादी दुनिया के अन्य देशों से उपनिवेशवाद के अंत की शुरुआत थी। 1942 के आंदोलन ने दुनिया के अनेक देशों को प्रेरणा देने का काम किया।’

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