अध्यात्म

मंदिर जाने से होते है यें चमत्कारी लाभ, अब विज्ञान भी हुआ नतमस्तक मानी ये बात

हिंदू धर्म के सभी लोग मंदिर जाते हैं। मंदिर को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। यह एक ऐसी जगह है जहां छोटे-बड़े, अमीर-गरीब से लेकर हर तरह के लोग पूजा करते हैं। लेकिन क्या आप वास्तव मे जानते है की हम मंदिर क्यों जाते है भगवान की पूजा क्यों करते हैं। इसके क्या लाभ है। ज्यादातर लोग अपने कार्य की सिद्धि के लिए भगवान से अरदास करने के लिए मंदिर जाते हैं। लेकिन मंदिर जाने से कुछ चमत्कारी लाभ ही होते हैं। जिन्हें अब विज्ञान भी मानने लगा है। आइए जानते हैं मंदिर जाने से होने वाले इन लाभों के बारे में..

मन को मिलती है शांति :

जब हम मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने नतमस्तक होकर प्रार्थना करते हैं तो हमारे मन को अनुपम शांति मिलती है। जिससे हमारे मन में बुरे विचार नहीं आते। मंदिर में बैठकर पूजा करने से हमारा मानसिक तनाव, शारीरिक थकावट, आलस दूर हो जाते हैं। जब हम ध्यान में लगकर भगवान का स्मरण करते हैं तो हमें अपनी सभी समस्याओं का समाधान बड़ी आसानी से मिल जाता है। मंदिर में लगी घंटी और शंख की आवाज सुनने से भी मन अच्छा रहता हैं। मदिर की घंटी विशेष धातू के सम्मिश्रण से बनी होती हैं। इस घंटी से निकलने वाली ध्वनि हमारे मस्तिष्क की दाईं और बाईं तरफ से एकरूपता बनाती है। घंटी की टन्कार हमारे शरीर के सातों आरोग्य केंद्रों को क्रियाशील करती हैं। ज्यादातर मंदिर गुंबद के आकार में बने होते हैं जिनमें मंत्रोच्चारण के स्वर और अन्य ध्वनियां गूंजती है। जिस से वहां उपस्थित लोगों के शरीर में लगातार ऊर्जा प्रवाहित होती है।

मंदिर में नंगे पांव चलने से होता है फायदा :

भारत में सभी मंदिरों में बिना चप्पल जूतों के प्रवेश किया जाता है। और हम मंदिर परिसर में नंगे पैर पैदल ही घूमते हैं। यह भी एक प्रकार का व्यायाम हैं। नंगे पैर घूमने से पॉजिटिव एनर्जी हमारे शरीर मैं प्रवेश करती है। विज्ञानिकों का दावा है कि नंगे पैर चलने से पैरों के तलवे के बिंदु पर दबाव पड़ता है। यह एक तरह से एक्यूप्रेशर की तरह काम करता है। जिस से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। और उच्च रक्तचाप की समस्या भी नहीं होती। मंदिर जाने से हमारे शरीर में नकारात्मक विचार भी नहीं आते। हमारा पूरा दिन सकारात्मक सोच के साथ बीतता है। मंदिर में हमारे माथे पर तिलक लगाने से दिमाग के एक खास इसे पर दबाव पड़ता है जिस से तनाव दूर होता हैै।

मंदिर में फैली सुगंध से होता है फायदा :

मंदिरों का अपना एक अलग ही वातावरण होता है। मंदिर के परिसर में विभिन्न प्रकार के फूल और पेड पौधे लगे होते हैं। जिस से इन फूलों की खुशबू संपूर्ण परिसर में छाई रहती है। हम भी मंदिर में भगवान को फूल चढ़ाते हैं जिस से खूशबूदार माहौल बन जाता है। मंदिर में लगी अगरबत्ती, धूप और कपूर से भी भरपुर खुशबू निकल रही होती है। कपूर और देसी गौधृत के दिव्य प्रताप से हमारे अन्दर पल रहे सभी जीवाणु संक्रमण समाप्त हो जाते है। अगरबत्ती की दिव्य सुगंध से हमारी इंद्रियाँ सक्रिय हो जाती हैं। जिसके कारण हमारे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जब हम मंदिर में जोत लगाते हैं तो इसमें से उष्मा निकलती है। और हमें गर्माहट महसूस होती है। इस गर्माहट से हमारी आँखो कि सुक्षम इद्रिसाँ खुल जाती है। और उन में ज्यादा रक्त प्रवाहित होने लगता है जिससे हमारी आँखो कि ज्योति मे वृद्धि होती हैं।

मंदिर जाने के इतने फायदों के बारे में जानकर आप को भी रोजाना मंदिर जाना शुरु कर देना चाहिए। इस से हमें स्वास्थ्य लाभ भी होगा और भगवान भी प्रसन्न होकर अपनी कृपा सदेव हम पर रखेंगे। हमें दिन में कम से कम एक बार मंदिर जरुर जाना चाहिए।

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