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इन नेताओं की मौत से हिल गया था देश, किसी का विमान तो किसी का सड़क हादसे में हुआ निधन

संजय गांधी से लेकर गोपीनाथ मुंडे तक भारतीय राजनीति के कई ऐसे बड़े नेता रहे हैं जिन्होंने असमय ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया. उनकी मौत नेचुरल नहीं थी बल्कि हादसों में इन नेताओं ने जान गंवाई थी. किसी का निधन विमान क्रैश में हुआ तो किसी का सड़क हादसे में. आइए आज आपको 5 ऐसे ही बड़े राजनेताओ के बारे में बताते हैं.

संजय गांधी…

sanjay gandhi

संजय गांधी 41 साल पहले इस दुनिया को छोड़ चुके हैं. संजय गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और पूर्व पीएम राजीव गांधी के भाई थे. संजय भी अपनी मां और भाई की तरह सक्रिय राजनीति का हिस्सा थे. उन्हें मां इंदिरा गांधी का उत्तराधिकारी भी माना जा रहा था हालांकि जून 1980 में प्लेन क्रैश में संजय गांधी की मौत हो गई थी. बता दें कि संजय एक अच्छे पायलट भी थे और दुर्घटना के समय वें अपना प्राइवेट विमान खुद उड़ा रहे थे.

माधवराव सिंधिया…

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माधवराव सिंधिया कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता थे. वें केंद्रीय मंत्री भी रह चुके थे. माधवराव सिंधिया का निधन भी विमान हादसे में हुआ था. बात है सितंबर 2001 की. माधवराव सिंधिया का मैनपुरी जिले में प्राइवेट प्लेन क्रैश हो गया था. इस हादसे में माधवराव के साथ ही 7 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. बता दें कि माधवराव के असामयिक निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजनीति में कदम रखकर उनकी विरासत को आगे बढ़ाया था.

राजेश पायलट…

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राजेश पायलट की गिनती अपने समय में कांग्रेस के दिग्गज़ों में होती थी. राजेश पायलट सचिन पायलट के पिता थे. बता दें कि राजेश राजस्थान के दौसा से सांसद थे. राजेश पायलट का अनिधन सड़क हादसे में हुआ था. बात है 11 जून 2000 की. जयपुर में राजेश पायलट सड़क हादसे का शिकार हो गए थे और फिर वें दुनिया छोड़ गए.

गोपीनाथ मुंडे…

गोपीनाथ मुंडे भारतीय जनता पार्टी के जाने-माने नेता थे. साल 2014 में गोपीनाथ मुंडे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. बता दें कि गोपीनाथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का पद संभाल चुके थे. उनका निधन 3 जून 2014 को एक सड़क हादसे में हुआ था तब वे मोदी सरकार में मंत्री थे.

वाई एस राजशेखर रेड्डी…

वाई एस राजशेखर रेड्डी दो बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके थे. 70 साल की उम्र में उनका साल 2009 में निधन हो गया था. हादसे के करीब 27 घंटे बाद उनका शव मिला था. बता दें कि वाई एस राजशेखर रेड्डी का निधन हेलीकॉप्टर क्रैश में हुआ था. उनका विमान चित्तूर जिले के जंगल में क्रैश हुआ था.

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