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81 घरों के बाहर लगा ‘बिकाऊ मकान’ का पोस्टर, दूसरे समुदाय के लोगों दुखी होकर कर रहे हैं पलायन

उत्तर प्रदेश के लाजपत नगर की शिव मंदिर कॉलोनी के लोग इन दिनों काफी परेशान हैं और अपना घर बेचकर यहां से जाना चाहते हैं। इस कॉलोनी में रहने वाले 81 परिवार सामूहिक पलायन की बात कर रहे हैं। इतनी संख्या में पलायन की खबर से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है और यहां पर रहने वाले लोगों को समझाया जा रहा है। लेकिन ये सभी लोग अपनी जिंद पर अड़े हैं और धरना प्रदर्शन दे रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार यूपी के मुरादाबाद स्थित लाजपत नगर की शिव मंदिर कॉलोनी में रहने वाले लोग दो मुस्लिम परिवारों के कारण अपना घर बेचना चाहते हैं। यहां पर रहने वालों लोगों का कहना है कि यहां दो गेट हैं और दोनों के गेट के फ्रंट में दो बड़े बड़े मकान हैं। जिसे कुछ समय पहले दो मुस्लिम परिवारों ने खरीदा था।

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कॉलोनी के लोगों का आरोप है कि काफी बढ़ी हुई कीमत में मुस्लिम परिवारों ने इन मकानों को खरीदा है और आने वाले समय में अगर वो यहां कोई गतिविधियां करते हैं। तो आपसी भाईचारा खत्म हो जाएगा। इस वजह से ये लोग समय रहते ही यहां से निकलना चाहते थे। यहां पर रहने वाले लोगों ने तो अपने-अपने घर के बाहर मकान बिकाऊ होने के पोस्टर भी लगा दिए हैं।

इस कॉलोनी में रहने वाले लोग सालों से यहां रह रहे हैं। लेकिन अब ये इस कॉलोनी को छोड़कर जाने की जिद कर रहे हैं। इनके द्वारा हो रहे सामूहिक पलायन से पुलिस व प्रशासन भी परेशान है और इस समस्या को जल्द हल करने की कोशिश कर रहा है।

वहीं इन लोगों का कहना है कि वो एक शर्त पर ही यहां से नहीं जाएंगे। अगर DM मुस्लिमों द्वारा खरीदे गए इन मकानों की रजिस्ट्री रद्द कर दे। लोगों के अनुसार जब से यहां आकर मुस्लिम रह रहे हैं। तभी से कई तरह की परेशानियों का सामना इन्हें करना पड़ रहा है।

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गली के अंदर एक पुरानी शिव मंदिर भी है। जिसकी वजह से भविष्य में परेशानी बढ़ सकती है। लोगों के मुताबिक बकरीद के दिन यहां कुछ मुस्लिम परिवार आए थे और कुछ मांस के अवशेष रोड पर कूड़े के रूप में फेंक दिए थे। उन टुकड़ों को कुत्ते मंदिर के गेट पर लाकर छोड़ गए। लोगों का आरोप है कि अब यहां गली में चलने वाली महिलाओं को आने-जाने में परेशानी होती है। हालांकि जिन मकानों को लेकर ये विवाद हुआ है, वहां पर ताला लगा हुआ है। इन घरों को एक से दो महीने पहले ही खरीदा गया हैं।

दो दिनों से इस कॉलोनी में धरना प्रदर्शन चल रहा है और स्थानीय नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। लोग हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और DM से इन मकानों की रजिस्ट्री रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले पर मुरादाबाद के डीएम शैलेंद्र कुमार ने बात करते हुए कहा कि कॉलोनी के ज्यादातर मकान बहुसंख्यक समुदाय के हैं। कुछ मकानों को अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने खरीद लिया है। ये आपसी विवाद है जिसे सुलझाने की कोशिश पुलिस-प्रशासन की ओर से भी की जा रही है।

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