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संध्या बहू ने जवानी में पापा से चोरी-छिपे किया था ऐसा काम, एक साल तक पिता ने बंद कर दी थी बात

एक पिता अपनी बेटी से बहुत प्यार करता है। उसकी हर जरूरत का ख्याल रखता है। उसे छोटे से बड़ा करता है। एक बार वह अपनी इच्छाओं का घला घोंट देगा लेकिन बेटी की सभी ख्वाहिशों को पूरा करेगा। ऐसे में जब बेटी बड़ी होती है तो उसका भी सपना होता है कि वह उसका नाम रोशन करे। उसके दिल के कोने में एक इच्छा रहती है कि बड़ी होकर उसकी बेटी कुछ बने। जैसे कोई अपनी बेटी को डॉक्टर बनाना चाहता है तो कोई आईपीएस ऑफिसर।

deepika singh

अब यदि बेटी अपने पिता की इच्छा के खिलाफ जाकर कुछ हो करे तो उसका दिल जरूर दुखता है। फिर उसकी बेटी भले टीवी जगत की जानी मानी अभिनेत्री ही क्यों न हो। दरअसल हम यहां बात कर रहे हैं पॉपुलर टीवी शो ‘दीया और बाती’ सीरियल की एक्ट्रेस दीपिका सिंह की। दीपिका ने इस शो के माध्यम से संध्या बहू के रूप में घर घर अपनी पहचान बनाई है। उन्हें बहुत से लोग पसंद करते हैं। सोशल मीडिया पर भी वे छाई रहती हैं। लाखों फैंस उनकी एक झलक पाने को तरसते हैं।

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लेकिन दीपिका के अपने पिता उनसे इतने नाराज हो गए थे कि उन्होंने अपनी बेटी से एक साल तक बात नहीं की थी। दरअसल दीपिका ने अपने पिता से एक राज छिपाकर रखा था। बाद में जब उनके पिता को इस राज का पता चला तो वे बड़े दुखी हुए। उनकी नाराजगी इतनी बड़ गई कि उन्होंने बेटी से एक साल तक बातचीत ही बंद कर दी। अपने जीवन के इस मुश्किल समय के बारे में दीपिका ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया है।

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दीपिका कहती है कि मैं जब बैंक की नौकरी कर रही थी तो मैंने अपने पिता को इस बारे में नहीं बताया था। उन्हें बोल था कि मैं कॉरेसपोंडेंस कर रही हूं। लेकिन जब बैंक की किताब घर आई तो उन्हें इस बात का पता चल गया। फिर वे मुझ पर बहुत नाराज हुए। उनका गुस्सा एक साल तक रहा। इस एक साल उन्होंने मुझसे बातचीत तक नहीं की। दरअसल मेरे घर के हालात खराब थे। इसलिए मुझे सेल्फ-इंडिपेंडेंट बनना था। वैसे तो मैं ट्यूशन पढ़ाती थी लेकिन उससे गुजारा नहीं चलता था।

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दीपिका आगे बताती है कि मैं हमेशा से साहसी थी। इसलिए मैंने कॉलेज छोड़ दिया था। हालांकि जब मुझे इंद्रप्रस्थ कॉलेज में बी.कॉम (ऑनर्स) में एडमिशन मिला तो पापा खुश थे। मुझे पता था कि बी.कॉम होते ही मुझ पर शादी का दबाव बनाया जाएगा। मेरी बहनों के साथ भी ऐसा ही हुआ था। इसलिए मैंने बैंक का एग्जाम देकर दो महीने जॉब की।

दीपिका बताती है कि उनके पिता की ख्वाहिश थी कि मैं सिविल सर्विस का एग्जाम दूं और उसे क्लियर करूं। वे मुझे ऑफिसर बनाना चाहते थे। एक बार उनके दोस्त का फोन आया था। उन्होंने गर्व से कहा कि मेरी बेटी आईपीएस ऑफिसर बन गई है। इसके बाद पिताजी ने मुझे फोन किया। वह भूल गए थे कि मैं एक एक्ट्रेस हूँ। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से चाहता था कि तुम्हारा नाम इज्जत से लिया जाए। हालांकि अब उनके पिता को अपनी बेटी पर गर्व है।

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