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पाकिस्तान जेल से 5 साल बाद रिहा हुआ MP का युवक, गांव वालों ने जोरो शोरों से किया स्वागत- PHOTOS

पाकिस्तान की जेल में कई सालों तक कैद रहने के बाद भारतीय युवक अनिल साकेत की आखिरकार वतन वापसी हो गई है। अनिल साकेत मध्यप्रदेश के रीवा के नईगढ़ी थाना क्षेत्र के छंदहई गांव का रहना वाला है और ये लंबे समय से पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद था। वहीं अब ये रिहा हो गया है। रिहा होने के बाद ये अपने गांव वापस आया, जहां पर इसका भव्य तरीके से गांव वालों ने स्वागत किया है।

मां ने उतारी आरती

अनिल साकेत पांच सालों से पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद था। वहीं पांच साल बाद अपने बेटे की वापसी पर अनिल साकेत की मां ने उसकी आरती उतारी और उसका मुंह मीठा करवाया। अपने घर वालों से मिलकर अनिल साकेत ने सबसे पहले उनके पैर छुए। वहीं इस मौके पर गांव वालों ने ढोल बजाए और गाने भी गाए।

इतने सालों बाद अपने गांव आकर अनिल साकेत को काफी खुशी मिली और उनके परिवार वाले भी भावुक हो गए। परिवार के अनुसार उन्होंने तो अनिल के जिंदा होने की आस खो दी थी।

पांच साल पहले हुआ था लापता

छंदहई गांव में रहने वाला अनिल साकेत 5 साल पहले यानी साल 2015 में लापता हो गया था। जिसके बाद परिवार वालों ने अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन उसका कुछ पता ना लग सका। चार सालों तक परिवार वाले यही मानकर चल रहे थे कि उनका बेटा अब नहीं रहा है। लेकिन साल 2019 में परिवार वालों को अनिल साकेत के जिंदा होने की खबर मिली। दरअसल साल 2019 में भारत विदेश मंत्रालय ने नईगढ़ी थाना क्षेत्र से लापता हुए युवक अनिल साकेत की जानकारी मांगी। उसके बाद पता चला की अनिल जिदा है और वो लाहौर की जेल में बंद है।

भारत सरकार की और से अनिल साकेत को रिहा करवाने का काम शुरू किया गया और 14 सितंबर को वो रिहा हो गया है। अनिल साकेत के अलावा पाकिस्तान की जेल से कुल 111 कैदियों को भी रिहा किया गया है। हालांकि अनिल कैसे पाकिस्तान पहुंचा इसके बारे में उसे कुछ याद नही हैं। उसकी दिमागी हालत खराब थी। इसलिए माना जा रहा है कि ये गलती से इस देश पहुंच गया था।

बीवी ने की दूसरी शादी

अनिल शादीशुदा था और उसकी बीवी तीन साल तक ससुराल में रही थी। वहीं अनिल के वापस ना आने पर उसके मायक वाले उसे अपने साथ लेकर चले गए और उसकी दूसरी शादी करवा दी गई।

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