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सरकारी खजाने से कर्मचारी ने चोरी किए 40 रुपये, अब हो सकती है 7 साल की जेल, जानें पूरा मामला

महाराष्ट्र में एक व्यक्ति को दो सिक्कों की चोरी करने के आरोप में 7 साल की सजा हो सकती है। इस व्यक्ति ने हाल ही में 20 रुपए के दो सिक्के चोरी किए थे। जिसके बाद ये पकड़ा गया और अब इस पर केस दर्ज किया गया है। केस के तहत 40 रुपए की चोरी के लिए इस व्यक्ति को 7 साल तक की सजा सुनाई जा सकती है। ये मामला मुंबई टकसाल का है।

भारत सरकार के टकसाल से की चोरी

इस व्यक्ति ने ये चोरी भारत सरकार के टकसाल (India Government Mint) में की है। ये व्यक्ति यहां पर काम करता था और इसने यहां से 20-20 रुपये के दो सिक्के चोरी कर लिए। दरअसल जो सिक्के इस व्यक्ति ने चोरी किए हैं वो अभी तक जारी नहीं किए गए हैं और बाजार में आने से पहले ही इस कर्मचारी ने सिक्कों की चोरी कर डाली।

ऐसे आया पकड़ में

सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यॉरिटी फोर्केस (CISF) इंस्पेक्टर समशेर सज्जुराम टकसाल में तैनात हैं और इन्हें दो सिक्के चोरी होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद इन्होंने पड़ताल की और चाबुकसर का लॉकर खोला। चाबुकसर के लॉकर के अदंर से चोरी किए गए सिक्के पाए गए। जिसके बाद सिक्के चोरी का ये मामला एमआरए मार्ग पुलिस में दर्ज किया गया।

हो सकती है सात साल की जेल

इस मामले में चाबुकसर को 7 साल जेल में काटने पड़ सकते हैं। पुलिस के अनुसार चाबुकसर ने मुंबई टकसाल से दो सिक्के चुराए हैं। इस जगह पर काम करने वाले लोगों की सख्त चेकिंग होती है। इसलिए उसने ये सिक्के अपने लॉकर में ही छिपा दिए। लेकिन जब तलाशी ली गई तो उसके लॉकर में से ये सिक्के पाए गए। चाबुकसर के ऊपर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हुआ है और उसे सात साल तक की सजा हो सकती है।

इस मामले में आरोपी ने अपनी सफाई देते हुए पुलिस से कहा है कि उसने यह चोरी जिज्ञासावश की थी न कि धन कमाने के लिए। वहीं अभी तक इसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस के अनुसार कोरोना वायरस के चलते चाबुकसर को गिरफ्तार नहीं किया गया है और उसे नोटिस भेजकर जांच में सहयोग करने को कहा गया है।

अप्रैल में होने थे सिक्के रिलीज

इन सिक्कों को सरकार की और से इस साल अप्रैल महीने में रिलीज किया जाना था। लेकिन कोरोना वायरस के कारण इन सिक्कों को रिलीज नहीं किया जा सका। सरकार की और से बनाए गए ये नए 20 रुपए के सिक्के दस रुपए की तरह ही दिखते हैं। इन सिक्कों का बाहरी हिस्सा 65 फीसदी कॉपर का, 15 फीसदी जिंक, 20 फीसदी निकल का बना हुआ है। वहीं जैसे ही कोरोना का प्रकोप देश में खत्म हो जाएगा। सरकार इन सिक्कों को जारी कर देगी।

मुंबई टकसाल देश के चार टकसालों में से एक है। इसे साल 1829 में बनाया गया था। अन्य तीन टकसाल हैदराबाद, कोलकाता और नोएडा में हैं। इन टकसाल में सिक्के बनाए जाते हैं। सिक्कों के अलावा यहां पर रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, शैक्षिक संस्थानों और समाजिक कार्य करने वाली संस्थानों के लिए मेडल भी बनाने का काम किया जाता है।

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