दिलचस्प

लॉकडाउन के चलते चमकी 9 मजदूरों की किस्मत, खुदाई में मिला करीब 50 लाख रुपए का हीरा

मध्य प्रदेश में हीरा खनन की खुदाई करते हुए मजदूरों के हाथों एक हीरा लगा है। ये हीरा बेहद ही बड़ा बताया जा रहा है और इसकी कीमत लाखों रुपए की है। ये हीरा इन मजदूरों को मध्य प्रदेश के पन्ना की एक हीरा खनन से मिला है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण रोजगार न होने के चलते ये मजदूर काम की तलाश कर रहे थे। तभी इन्होंने मिलकर सस्ते दामों में हीरा खनन के लिए पट्टा ले लिया और इसकी खुदाई के दौरान इन मजदूरों के हाथों ये हीरा लग गया।

पन्ना जिले के ग्राम रानीपुर में एक निजी जमीन पर आनंदी कुशवाहा ने हीरा खनन के लिए पट्टा लिया था। जिसके बाद इस पट्टे पर आनंदी सहित नौ लोगों ने खुदाई की और इन सभी ने पार्टनर बनकर ये काम किया। वहीं एक सप्ताह पूर्व इन्हें 70 सेंट की रेज का एक हीरा मिला था। ये छोटा हीरा मिलने के बाद इन्होंने खुदाई का काम और तेजी से शुरू कर दिया और मंगलवार को इन लोगों की किस्मत जाग गई।

हाथ लगा 10 कैरेट का हीरा

मंगलावर को जब इन लोगों ने खुदाई की तो उस दौरान इनको उज्जवल जैम क्वालिटी का 10 कैरेट 69 सेंट का हीरा मिला। जिसके बाद इन लोगों ने इसे हीरा कार्यालय में जमा करावा दिया। मध्य प्रदेश विद्युत मंडल पन्ना कार्यालय में ठेके पर मीटर रीडर का काम करने वाले पट्टाधारी आनंदी कुशवाहा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने जून 2020 में खदान का पट्टा लिया था। जिसमें उनके नौ पार्टनर ने मिलकर खुदाई की और खुदाई के दौरान उन्हें हीरा मिला है।

50 लाख की है कीमत

इस हीरे की कीमत 50 लाख बताई जा रही है। वहीं अब इस हीरे की नीलामी की जाएगी और नीलामी में मिलने वाले पैसे सभी पार्टनर में बराबर बांटे जाएंगे। आनंदी ने बताया कि उन्होंने और उनके साथियों ने पहले भी पट्टा लिया था। लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा। वहीं लॉकडाउन लगने पर उन्होंने फिर से अपनी किस्मत को आजमाने का सोचा और हीरा खनन का पट्टा ले ली।

हीरा कार्यालय से रानीपुर के निजी क्षेत्र में इन्होंने 625 वर्ग फीट का पट्टा दो सौ रुपये में लिया था। वहीं जैसे ही लॉकडाउन खत्म हुआ इन सब ने खुदाई शुरू कर दी। कई दिनों तक खुदाई करने के बाद इनको हीरा मिल गया। इस विषय पर अधिक जानकारी देते हुए पन्ना जिला के हीरा व खनिज अधिकारी आरके पांडेय ने बताया कि आनंदी लाल कुशवाहा ने पट्टा लिया था और इस जगह से उन्हें 10.69 कैरेट का हीरा मिला है। जो कि उज्जवल किस्म का है। हीरे को कार्यालय में जमा कर दिया गया है और अब इसकी नीलामी की जाएगी। जो राशि मिलेगी उसकी रॉयल्टी और टैक्स काटकर बाकी राशि मजदूर को दे दी जाएगी।

दरअसल निजी जमीन पर हीरा खनन की खुदाई का पट्टा लेकर उसपर कई लोग खुदाई करते हैं। इसे उथली खदान कहा जाता है। इस पट्टे को लेने के बाद खुदाई में जो निकलता है वो उस व्यक्ति को मिल जाता है जिसने इसे लिया होता है।

Back to top button