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कोरोना के बाद एक नई रहस्यमयी बिमारी से बढ़ी टेंशन, बच्चों की जा रही है जान, जाने लक्षण

कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में बढ़ते ही जा रहा हैं. भारत की बात करे तो यहाँ सोमवार तक 67 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. इस वायरस ने इंडिया में 2,215 जाने ले ली हैं. वहीं विश्वभर के आकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो 40 लाख से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों में से 2 लाख 83 हजार लोग मौत के घाट उतर चुके हैं. कोरोना वायरस के चलते हर देश की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा हैं. इस बिमारी का कहर लोगो के दिल में इस कदर बैठा हुआ हैं कि वे घर से बाहर तक नहीं निकल रहे हैं. फिलहाल पूरी दुनिया इस कोविड-19 से लड़ने में लगी हुई हैं, लेकिन इस बीच एक नई रहस्यमयी बिमारी ने दस्तक दे दी हैं.

इस उम्र के लोगो को चपेट में ले रही

यह नई रहस्यमयी बिमारी बच्चों में फ़ैल रही हैं. जानकारी के अनुसार इसकी चपेट में आने वाले बच्चों की उम्र 2 से 15 साल के बीच हैं. इस बिमारी का आकड़ा अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे अधिक हैं. यहाँ ये बिमारी तेजी से फ़ैल रही हैं. न्यूयॉर्क में 73 से अधिक बच्चे इसके शिकार हो चुके हैं. इनमे से 3 की मौत भी हो गई हैं. वहीं पुरे अमेरिकी देश की बात करे तो अभी तक इस रहस्यमय बीमारी के 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और स्विट्जरलैंड में भी यह बिमारी देखी गई हैं. यहाँ इस बिमारी के शिकार हुए बच्चों की संख्या करीब 50 से अधिक हैं.

कोरोना से नहीं हैं कनेक्शन

स्टार्टिंग में इस बिमारी को कोरोना संक्रमण से जोड़कर देखा जा रहा था लेकिन न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्योमो बताते हैं कि इस रहस्यमयी बिमारी में अधिकतर बच्चों में सांस की तकलीफ वाले लक्षण नहीं दिखे हैं. फिलहाल न्यूयॉर्क जीनोम सेंटर और रॉकफेलर यूनिवर्सिटी साथ मिल इस नई और रहस्यमयी बिमारी के होने का कारण खोज रहे हैं. क्योमो बताते हैं कि सरकार की तरफ से भले इस बमारी से मरे बच्चों की संख्या 3 बतलाई जा रही हो लेकिन स्थानीय मीडिया का दावा हैं कि इस बिमारी ने दस से अधिक बच्चों को मौत के घाट उतार दिया हैं.

क्या हैं लक्षण?

न्यूयॉर्क में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार इस रहस्यमयी बिमारी की शुरुआत में त्वचा और धमनियों में सूजन आने जैसे लक्षण देखे जाते हैं. इसके अलावा आँखों में जलन, शरीर पर लाल धब्बों का बनना भी शामिल हैं. कुछ मामलों में स्किन का कलर बदलना भी देखा गया हैं. इसके अतिरिक्त अधिक समय तक बुखार रहना, पेट सेने में भयंकर दर्द उठाना और ब्लड प्रेशर का लो होना भी इसके लक्षण हैं.

बिमारी इन देशों तक पहुंची चुकी

यह रहस्यमयी बिमारी अभी तक अमेरिका के अतिरिक्त यूरोपीयन देशों जैसे ब्रिटेन, फ्रांस, स्विटजरलैंड और इटली के बच्चों में देखी गई हैं. यहाँ इस तरह के केस 50 से अधिक हैं. WHO वैज्ञानिक डॉ. मारिया वैन केरखोवे बताती हैं कि यह बिमारी के लक्षण कावासाकी के लक्षणों जैसे भी प्रतीत हो रहे हैं. कावासाकी यूरोपीय देशों में होने वाली बचपन की बिमारी हैं.

अब लोग यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इस बिमारी के कारण का पता जल्द से जल्द लग सके.

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