समाचार

शहीद मेजर के पिता बोले- बेटे पर गर्व है, दुख तो बहु का है, जो 2 साल पहले दुल्हन बनकर घर आई थी

हंदवाड़ा एनकाउंटर में शहीद हुए मेजर अनुज सूद के परिवार वाले भी आर्मी से जुड़े हुए हैं और इनके पिता ब्रिगेडियर के पद से रिटायर्ड हुए हैं। जबकि अनुज सूद की बहन आर्मी में बतौर कैप्टन अपनी सेवाएं दे रही हैं। अनुज सूद के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद अपने परिवार के साथ पंचकुला में रहते हैं। चंद्रकांत सूद के अनुसार वो हिमाचल के कांगड़ा के देहरा गोपीपुर के रहने वाले हैं और काफी साल पहले पंचकुला में शिफ्ट हो गया थे। अपने बेटे की शहादत पर चंद्रकांत सूद ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के शहदत होने पर गर्व है और उनके बेटे ने अपना फर्ज निभाया।

बस इसी बात का है दुख

शहीद हुए मेजर अनुज सूद की शादी कुछ सालों पहले ही हुई थी और इनके पिता के अनुसार उन्हें बस अपनी बहु का दुखा है, जो कि दो-ढाई साल पहले ही इस घर में दुल्हन बनकर आई थी।

हिमाचल में हुई थी शादी

मेजर अनुज सूद की शादी हिमाचल में हुई थी। इन्होंने साल 2017 में धर्मशाला की रहने वाली आकृति से विवाह किया था। आकृति पुणे की एक कंपनी में जॉब करती हैं। वहीं मेजर अनुज सूद के शहीद होने की खबर जैसे ही इनके परिवार वालों को मिली तो पूरा परिवार टूट गया और घर में मातम छा गया। आकृति के परिवार वालों को भी जैसे ही मेजर अनुज सूद के शहीद होने की खबर मिली थी तो हर कोई रोने लगा।

पंचकुला में होगा अंतिम संस्कार

सोमवार को मेजर का पार्थिव शरीर पंचकुला भेजा गया है। जिसके बाद मनी माजरा श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। आपको बात दें कि मेजर अनुज सूद की आयु 31 वर्षीय की थी और इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल लखनऊ से की थी। वहीं अपनी पढ़ाई करने के बाद इन्होंने एनडीए प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिया था और इस परीक्षा को पहली बार में ही पास कर लिया था।

आईआईटी को छोड़ चुनी थी आर्मी

मेजर अनुज सूद के परिवार वालों के अनुसार अनुज का चयन आईआईटी के लिए हुआ था। लेकिन, उन्होंने आर्मी में जाने का फैसला लिया था और आर्मी को ज्वाइन किया। इसी तरह से अनुज की बहन ने भी आर्मी को ही चुना। मेजर अनुज सूद की छोटी बहन हर्षिता सूद भी सेना में है और कैप्टन के पद पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। इस समय ये इन्दौर के मऊ में पोस्टेड हैं। मेजर अनुज की एक बड़ी बहन भी है जो कि ऑस्ट्रेलिया में रहती हैं।

पंचकुला में शहीद मेजर सूद का परिवार कुछ महीने पहले ही अमरावती एनक्लेव में रहने आया था। दरअसल इनका नया घर बना रहा है और नए घर बनने का काम जल्द ही पूरा होने वाला है।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में शनिवार रात को आतंकियों के साथ हुई एक मुठभेड़ के दौरान सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद समेत 5 जवान शहीद हो गए थे। वहीं सोमवार को इन सभी का पार्थिव शरीर इनके घर भेजा गया है। जहां पर इनका अंतिम संस्कार किया जाना है।

Back to top button