अध्यात्म

जानें क्या होता है पन्ना रत्न और इसे धारण करने के फायदे और नियम

पन्ना रत्न देखने में हरे रंग का होता है और इसे धारण करने से बुध ग्रह शांत रहता है। इस रत्न को संस्कृत भाषा में मरकत मणि कहा जाता है। जबकि इसका अंग्रेजी नाम एमराल्ड है। इस रत्न को धारण करने से अनगिनत लाभ जुड़े हुए हैं। हालांकि इस रत्न को हर कोई धारण नहीं कर सकता है। पन्ना रत्न किसे पहनना चाहिए, इसे पहनने के लाभ, पन्ना रत्न कीमत और इस रत्न से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी इस लेख के अंदर दी गई है। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि पन्ना रत्न किसे पहनना चाहिए।

पन्ना रत्न किसे पहनना चाहिए

पन्ना रत्न

  • पन्ना रत्न वे ही लोग धारण कर सकते हैं जिनका बुध ग्रह खराब दिशा में चल रहा हो। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में बुध धनेश होकर नवम भाव में हो उन्हें यह रत्न धारण करने से लाभ मिलता है। इसके अलावा बुध ग्रह जब तृतीयेश होकर दशम भाव में और चतुर्थेश सुखेश से होकर एकादश स्थान में हो तब भी इस रत्न को पहना जा सकता है।
  • जिन लोगों के जीवन में बुध की महादशा चल रही हो वह लोग इस रत्न को जरुर धारण करें। इस रत्न को धारण करने से बुध की महादशा दूर हो जाती है और जीवन में शुभ फल मिलने लग जाते हैं।
  • कुंडली में अगर मंगल, शनि और राहु या केतु के साथ बुध ग्रह एक ही घर में स्थित हों, तो यह रत्न धारण करना उत्तम माना जाता है और इसे धारण करने से इन ग्रहों के बुरे प्रभाव से रक्षा होती है। इसके अलावा कुंडली में 2, 3, 4, 5, 7, 9, 10 और 11वें भाव का स्वामी छठे भाव में हो तो यह रत्न पहनना लाभदायक होता है।
  • अगर बुध ग्रह पर अन्य किसी ग्रह की बुरी दृष्टि पड़ती है। तो इस स्थित में यह रत्न धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से बुध ग्रह आपके अनुकुल ही बना रहता है और बुध पर शत्रु ग्रहों की दृष्टि का बुरा असर नही्ं पड़ता है।
  • बुध ग्रह अगरलग्नेश होकर चतुर्थ, पंचम या नवम भाव में शुभ ग्रहों के साथ हो तो यह रत्न पहनना फायदेमंद होता है।

कब और कैसे करें धारण

पन्ना रत्न

पन्ना रत्न को धारण करने से कई सारे नियम जुड़े हुए हैं और इस रत्न को इन नियमों के तहत ही धारण करना चाहिए। क्योंकि गलत समय और गलत तरह से इस रत्न को धारण करने से शुभ फल नहीं मिलते हैं और यह रत्न जीवन में अशुभ फल देना शुरू कर देता है।

पहला नियम

इस रत्न को केवल बुधवार के दिन ही धारण करें। बुधवार के दिन अगर अश्लेषा, ज्येष्ठा या रेवती, नक्षत्र हो तो ज्यादा उत्तम माना जाता है।

दूसरा नियम

पन्ना रत्न को सुबह के समय ही धारण करना चाहिए। धारण करने से पहले इसे गाय के कच्चे दूध में कुछ देर के लिए रख दें। उसके बाद इसे मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने चढ़ा दें। थोड़ी देर बाद इस रत्न को गंगा जल से साफ करें और इसे सबुह 10 बजे से पहले पहन लें। हो सके तो इस रत्न को धारण करने से पहले ओम बुं बुद्धाय नमः मंत्र का नौ हजार बार जप भी करें।

तीसरा नियम

जो पन्ना रत्न आप धारण करें वो कम से कम तीन कैरेट का होना चाहिए। तीन कैरेट से कम का पन्ना धारण ना करें। तीन कैरेट से अधिक का भी पन्ना रत्न आप पहन सकते हैं।

चौथा नियम

इस रत्न को केवल सही उंगली में ही पहने। पंडितों के अनुसार यह रत्न केवल सबसे छोटी उंगली में ही पहना जाता है।

पन्ना रत्न धारण करने के फायदे

  • पन्ना धारण करने से कई तरह के लाभ जुड़े हुए हैं। इस रत्न को बेहद ही शुभ रत्न माना जाता है और इसे धारण करने से सोया हुआ भाग्य जग जाता है।
  • जिन लोगों का दिमाग कम चलता है वो लोग इस रत्न को जरूर पहन लें। इस रत्न को धारण करने से बुद्धि तेज हो जाती है और पढ़ाई में अधिक मन लगता है।
  • यह रत्न पहनने से धन लाभ होने लग जाता है और हर कार्य में सफलता मिलने लग जाती है। इतना ही नहीं जो लोग गंभीर रोग से ग्रस्त होते हैं अगर वो भी इस रत्न को धारण करते हैं तो उनका रोग दूर हो जाता है।
  • आंखों के लिए पन्ना रत्न उत्तम माना जाता है। अगर इस रत्न को पानी में डालकर उस पानी से आंखों को धोया जाए तो आंखों से जुड़े रोग खत्म हो जाते हैं।

केवल पहनें सही पन्ना

  • पन्ना रत्न धारण करने से पहले यह जरूर परख लें की जो रत्न आप धारण कर रहे हैं। वो असली पन्ना है कि नहीं। असली पन्ना रत्न की पहचान करने के लिए सबसे पहले उसका रंग देखें। पन्ना रत्न देखने में घास की तरह हरा होता है और इस रत्न से आर-पार आसानी से देखा जा सकता है। यह रत्न पारदर्शी होता है और इसका वजन बेहद ही हल्का होता है।
  • इस रत्न को अगर पानी में डाला जाए तो पानी इसपर ठहराता नहीं है और फिसल जाता है।
  • इस रत्न को अगर शीशे के गिलास के अंदर डाला जाए तो हरी किरणें दिखाई देती हैं। जबकि लकड़ी के ऊपर इसे रगड़ने से इसकी चमक और बढ़ जाती है।

पन्ना रत्न कीमत

पन्ना रत्न महंगा रत्न होता है और अच्छी क्वालिटी वाला पन्ना 5 हजार रुपए कैरेट से शुरू होता है। इस रत्न को सोने की धातु में ही डालकर धारण किया जाता है। यह रत्न आप सोने की अंगूठी या लोकेट में डालकर पहन सकते हैं।

पन्ना रत्न

रखें इस बात की सावधानी

अगर आपकी कुंडली देखने के बाद पंडित आपको यह रत्न धारण करने की सलाह दे, तभी आप इस रत्न को धारण करें। क्योंकि रत्नों के ग्रहों के चाल के आधार पर ही पहना जाता है। अपनी मर्जी से इस रत्न को भूलकर भी ना पहनें।

और पढ़ें : नित्य पूजा विधि

Back to top button